केदारनाथ में घोड़ों खच्चरों को स्मोकिंग कराने का वीडियो सामने आने के बाद उत्तराखंड के पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि AC में बैठकर ट्वीट करने वालों को आमंत्रण है कि वे केदारनाथ ट्रैक पर आएं और चीजों को बेहतर करने में सरकार की मदद करें. मंत्री ने कहा कि हमारे कर्मचारियों, अधिकारियों का मनोबल न तोड़ें, जो विषम परिस्थितियों में मेहनत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध कार्रवाई होगी.
'AC रूम में बैठकर ट्वीट करना आसान है'
पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि हमने केदारनाथ और हेमकुंड साहिब दोनों जगह एक्शन लिया है और इस तरह के मामलों पर सख्त निर्देश दिए हैं. मंत्री ने ट्वीट करने वालों को जवाब देते हुए कहा है कि अच्छी बात है कि आपको जानवरों की चिंता है, मुझे भी चिंता है और बतौर मंत्री दो बार केदारनाथ ट्रैक विजिट किया है.
निरीक्षण कर चीजों को बेहतर किया है. उन्होंने कहा कि AC रूम में बैठकर ट्वीट करना बहुत आसान है. आपको इतना ही प्यार है तो मैं निमंत्रण देता हूं, आप आइए, सरकार के साथ चीजों को बेहतर करने में मदद कीजिए.
मंत्री बोले- बीते साल की अपेक्षा इस बार कम हुईं मौतें
पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि पिछले साल पहले 60 दिनों में केदारनाथ में 196 डेथ हुई थीं, इस बार 90 हैं. हमने 106 डेथ कंट्रोल की हैं. इस बार यात्रा का लोड बढ़ा है, लेकिन प्लानिंग के साथ काम करने से मौतों को नियंत्रण पा रहे हैं. अब तक जानवरों पर बर्बरता के लिए हमने 17 केस दर्ज कराए हैं. 201 चालान किए, 1500 अनफिट खच्चरों को यात्रा से हटाया है.
केदारनाथ में बरसात शुरू होने से पहले ही अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जोन को चिन्हित करें, वहां बोर्ड लगाए जाएं. हमने घोड़ों खच्चरों के लिए गर्म पानी की व्यवस्था कराई, उनके लिए शेड बनवाया, जहां 1200 घोड़े खच्चर आराम कर सकते हैं. एक और शेड बना रहे हैं, जिसमें 1000 घोड़े रह सकेंगे.
घोड़े-खच्चरों को नशा कराने को लेकर मजदूर यूनियन के पूर्व अध्यक्ष ने क्या कहा?
गौरीकुंड मजदूर यूनियन के पूर्व अध्यक्ष अवतार सिंह का कहना है कि जो सोशल मीडिया पर वीडियो चल रहा है, जिसमें दिखाया जा रहा है कि खच्चर को नशा कराया जा रहा है, वह गलत है. यह बेहूदा तर्क है, क्योंकि यह पुरानी परंपरा है. जब भी खच्चर के पेट में शूल हो जाता है तो उसका इलाज करने के लिए इसका सेवन कराया जाता है. ऐसा नहीं है कि घोड़ा थक रहा हो या ज्यादा माल ढोने के लिए उसको इस तरह का सेवन कराया जा रहा हो.
वीडियो सामने आने के बाद रूद्रप्रयाग पुलिस ने दर्ज किया है केस
केदारनाथ में खच्चरों पर क्रूरता के खिलाफ सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें दिखाया गया है कि कुछ घोड़े, खच्चरों को जबरदस्ती स्मोकिंग कराई जा रही है. इसके बाद इस मामले की जमकर आलोचना होने लगी.
वायरल वीडियो की जांच के लिए रुद्रप्रयाग पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. खच्चर वालों को पशु क्रूरता अधिनियम के साथ शांति भंग की धाराओं में गिरफ्तार भी कर लिया गया है. दो अलग-अलग वीडियो में थारू कैंप नामक स्थान दिखाया गया है, जो केदारनाथ यात्रा के पैदल मार्ग पर भीमबली के ऊपर स्थित है, दूसरा हेमकुंड साहिब का है.
एक्ट्रेस रवीना टंडन ने वीडियो को लेकर किया ट्वीट
बॉलीवुड एक्ट्रेस रवीना टंडन ने इस मामले में ट्वीट कर कहा है, 'क्या हम घोड़ों के साथ होने वाले निरंतर दुर्व्यवहार को रोक सकते हैं. इन लोगों को क्या मिल रहा है, जो निर्दोषों को परेशान किया जा रहा है, प्रताड़ित किया जा रहा है. यह केदारनाथ से वायरल हो रहा वीडियो, क्या इन लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है?
इस मामले को लेकर जानी-मानी सामाजिक कार्यकर्ता गौरी मौलेखी ने भी ट्वीट किया है. पिछले साल केदारनाथ की यात्रा के दौरान गौरी मौलेखी ने तीर्थयात्रियों से घोड़ों पर यात्रा न करने का आग्रह किया था.
कुछ रिसर्च में घोड़े खच्चरों को गांजा पिलाना हानिकारक माना गया है, वहीं कुछ में यह भी कहा गया है कि गांजा जिसे विदेशों में मारिजुआना के नाम से जाना जाता है, घोड़े खच्चरों में घबराहट कम करता है. भारत में 1985 में मारिजुआना और उसके जैसे तमान ड्रग्स पर भारत में बैन लगा दिया गया था.