उत्तर भारत में रात 10.31 बजे के करीब भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. भूकंप का असर हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड में भी देखने को मिला है. उत्तराखंड में भूकंप की वजह से लोगों के बीच काफी दहशत का माहौल है. तपोवन समेत ये भूकंप के झटके हरिद्वार, देहरादून और उत्तरकाशी के इलाकों में ज्यादा महसूस किए गए हैं. इन इलाकों में लोग डर से घर के बाहर आ गए हैं. सबसे बड़ा डर तकरीबन 400 मीटर लंबी एक नई झील बनने की वजह से है.
उन्होंने कहा कि ऐसे में लोगों के अंदर भूकंप की वजह से डर होना लाजिमी है, क्योंकि भूकंप के झटके की वजह से पहाड़ के प्लेट्स खिसक सकते हैं और ऐसे में झील अगर नीचे आ जाती है तो या झील का मुंह खुल जाता है तो उत्तराखंड के लिए यह बेहद परेशानी का सबब बन सकता है. यह काफी डरने वाली बात है. क्योंकि अगर चमोली से शुरू करें तो कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग और देवप्रयाग में लोग किनारे पर बसे हुए हैं. ऐसे में अगर भूकंप के झटके से पहाड़ के प्लेट्स खिसके और झील नीचे आ गई तो फिर मुसीबत जानलेवा हो सकती है.
भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान बताया जा रहा है, जहां रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.3 मापी गई. भूकंप की वजह से अमृतसर के कई घरों में नुकसान पहुंचने की सूचना मिली है. भूकंप के बाद दिल्ली-एनसीआर में लोग घरों से बाहर आ गए. हाईराइज सोसाटियों में भूकंप का दहशत साफ देखा गया. कुछ लोग घरों में सोने की तैयारी में थे तो कुछ खाने की तैयारी कर रहे थे. वहीं सड़कों पर वाहन चला रहे लोग भी रूक गए थे.
हिमाचल के चंबा, डलहौजी व अन्य इलाकों में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. ऊना में भी भूकंप के आंशिक झटके महसूस किए गए. हालांकि जान माल का कोई नुकसान नहीं हुआ.