उत्तराखंड में बीते दो दिनों से मौसम दुश्वारियां बढ़ा रहा है. लगातार हो रही बारिश और बर्फबारी के कारण जनजीवन प्रभावित है. ज्यादातर पहाड़ी इलाके में बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है जिससे कई गांव का संपर्क जिला मुख्यालयों से कट गया है. परिवहन, बिजली और दूरसंचार सेवाएं भी ठप हो गई हैं. लेकिन इसी के साथ राज्य में चुनावी पारा भी चढ़ा हुआ है. पहाड़ों में मौसम ने ऐसे समय में करवट बदली जिस समय चुनाव प्रचार-प्रसार सबसे चरम पर है.
बता दें कि जोशीमठ में साल 2019 के बाद एक बार फिर जमकर बर्फबारी हो रही है. बर्फबारी होने से जहां हर तरफ बर्फ की मोटी चादर बिछ हुई है, तो वही शुक्रवार यानि आज से शादी सीजन शुरू हो गया है ऐसे में यहां के लोग काफी परेशान हो रहे हैं.
हालांकि, कड़कड़ाती सर्दी और बर्फबारी के बीच भी राजनीतिक दलों के लोग चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं. जगह-जगह से बर्फबारी के बीच राजनीतिक दलों के लोग ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं. बर्फबारी के बीच सबसे ज्यादा उत्साहित बीजेपी के कार्यकर्ता दिखाई दे रहे हैं, जो बर्फबारी के बीच जहां चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं.
बीजेपी कार्यकर्ता पहुंच रहे दूरस्थ क्षेत्रों तक
हालांकि भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि बर्फबारी के चलते ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को कहीं ना कहीं वोटिंग में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. लेकिन चुनाव का क्रेज पार्टी कार्यकर्ताओं में इतना है कि वे दूरस्थ क्षेत्रों में जा-जाकर भी प्रचार कर रहे हैं.
AAP और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह
वहीं, आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता भी इस समय जबरदस्त उत्साह के साथ बर्फबारी के बीच चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं. जहां इस समय डोर टू डोर कैंपेनिंग चल रही है. वहीं कार्यकर्ताओं में बर्फबारी के बीच जबरदस्त उत्साह दिखाई दे रहा है. उधर कांग्रेस कार्यकर्ता भी कहां पीछे रहने वाले हैं. वे भी चुनाव प्रचार के लिए दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच रहे हैं.
वोटिंग करवाकर बर्फबारी के बीच पैदल लौटी टीम
भारी बर्फबारी और बारिश का सामना करते हुए बृहस्पतिवार को जिले के तमाम ऊंचाई वाली जगहों सहित अन्य बूथों पर बर्फबारी के बीच दिव्यांग व 80 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग मतदाओं को पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान कराया गया. जिसके लिए प्रशासन की टीम भारी बर्फबारी के बीच पैदल ही गांव तक पहुंची और ग्रामीण क्षेत्रों में वोटिंग करवाई. लेकिन सड़क मार्ग बर्फबारी के कारण बंद होने से टीम को देर रात पैदल ही वापस लौटना पड़ा.