उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से नजदीक और आसपास जंगलों में पिछले 48 घण्टे से आग ने तांडव मचा रखा है. आग इतनी तेजी से बढ़ रही है कि वन विभाग को फायर सर्विस और एसडीआरएफ की सहायता लेनी पड़ रही है. डुंडा, भटवाड़ी, चिन्याली और बड़कोट ब्लॉक के लगभग आधा दर्जन जगहों पर आग का कहर दिखाई दे रहा है जिसे देखते हुए प्रशासन ने मोर्चा संभाल रखा है.
आग इतनी भयानक है कि वन विभाग पिछले 48 घंटे में भी इसपर काबू नहीं पा सका है. कई हेक्टेयर में फैली करोड़ों की वन्य सम्पदा आग की चपेट में आ गई है साथ ही वन्य जीव-जन्तुओं को भारी नुकसान हो रहा है. उत्तरकाशी के डीएफओ संदीप कुमार ने कहा कि आग को बुझाने के लिए 110 लोगों की एक टीम काम कर रही है जिसमें वन विभाग, फायर सर्विस और SDRF को भी लगाया गया है.
रिहायशी इलाकों की तरफ आग का रुख
हालात अब इस कदर भयावह हो चले हैं कि जो आग पहाड़ में ऊपर की तरफ बढ़ रही थी उसने हवा का रुख बदलने के बाद अब निचले रिहायशी इलाकों में पहुंचना शुरू कर दिया है. ऐसे में अगर जल्द ही सरकार की तरफ से कोई वाजिब कदम नहीं उठाये गए तो इंसानी जान को भी बहुत देर तक बचाना मुश्किल हो जाएगा.
चारधाम यात्रा पर संकट
जंगलों में लगी आग देवभूमि के 8 जिलों में आग भड़क गई है और चारधाम यात्रा पर भी इसका खतरा मंडराने लगा है. टिहरी झील के ऊपर धुएं के बड़े से गुबार से यात्रा मार्ग पर आग का जबरदस्त तांडव है. अब देश-विदेश से उत्तराखंड की धरती पर आ रहे हैं चारधाम यात्रियों को सुरक्षा मुहैया कराना सरकार के लिए चुनौती बन गया है.
गर्मियों में उत्तराखंड के जंगलों में आग कोई नई बात नहीं है. लेकिन हैरानी ये है कि अबतक इसपर काबू पाने की कोशिश कामयाब नहीं हो पाई है. करोड़ों की संपत्ति का नुकसान तो हो ही रहा है. खतरा ये भी है कि कहीं इसकी चपेट में लोगों और जानवरों की जिंदगी ना आ जाए.