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आज शाम को राष्ट्रपति से मिलेंगे उत्तराखंड के बागी विधायक, बीजेपी के MLA भी होंगे साथ

हरीश रावत सरकार ने पार्टी से बागी हुए विधायक हरक सिंह रावत को झटका देने का प्लान बनाया है.

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उत्तराखंड में सरकार बनाने के मुद्दे पर कांग्रेस से बागी हुए विधायक हरक सिंह रावत ने राज्यपाल को पत्र लिखकर 22 मार्च को विधानसभा सत्र बुलाने की मांग की है. उन्होंने पत्र में लिखा कि अगर ऐसा नहीं होता तो सरकार विधायकों की खरीद-फरोख्त हो सकती है. कांग्रेस के बागी विधायक सोमवार शाम साढ़े 6 बजे राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात करेंगे. कांग्रेस के बागी विधायकों के साथ उत्तराखंड बीजेपी के सभी विधायक और सांसद शाम साढ़े 5 बजे विजय चौक से राष्ट्रपति भवन तक मार्च करेंगे. 

रावत सरकार को झटका देेने की तैयारी
हरक सिंह रावत के पत्र पर अब तक राज्यपाल डॉ. कृष्णकांत पाल की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. हालांकि दूसरी ओर हरीश रावत सरकार ने हरक सिंह रावत को झटका देने का प्लान बनाया है. सूत्रों के मुताबिक, हरीश रावत सरकार छह मंडी समिति के अध्यक्षों को बदलने जा रही है. बताया जा रहा है कि ये अध्यक्ष हरक सिंह रावत के करीबी हैं.

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28 मार्च को बुलाया जाना है सत्र
उत्तराखंड में सियासी तूफान के बीच 28 मार्च तक सदन में अपना बहुमत साबित करने से पहले कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपने कुनबे को एकजुट रखने की है. खबर है कि इसी के मद्देनजर सत्ताधारी दल ने रविवार को हरीश रावत को समर्थन देने वाले अपने विधायकों को जिम कार्बेट पार्क भेज दिया है. जाहिर तौर पर पार्टी बहुमत साबित करने तक इस ओर कोई रिस्क लेना नहीं चाहती है.

बताया जाता है कि कांग्रेस विधायकों के साथ ही प्रगतिशील लोकतांत्रिक मोर्चा (पीडीएफ) के कुछ विधायकों को भी पार्क भेजा गया है. जबकि विधानसभा सचिव जगदीश चंद्र ने सभी विधायकों को पत्र लिखकर 28 मार्च को सुबह 11 बजे सरकार के शक्ति परीक्षण के दौरान उपस्थित रहने के लिए कहा है.

तीन हेलीकॉप्टर से किया गया रवाना
कांग्रेस पार्टी के एक नेता ने नाम न छापे जाने की शर्त पर माना कि अपने और पीडीएफ के सभी 26 विधायकों को एकजुट रखने के लिए उन्हें जिम कार्बेट ले जाया गया है. बताया जाता है कि दिन में सहस्रधारा हेलीपैड से सभी विधायक तीन हेलीकाप्टरों से रामनगर के लिए रवाना हुए. मुख्यमंत्री हरीश रावत के करीबी माने जाने वाले पूर्व विधायक रंजीत रावत भी विधायकों के साथ देखे गए.

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'होली से पहले घूमने गए विधायक'
हालांकि, उत्तराखंड कांग्रेस के प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी ने इसे अपने कुनबे को एकजुट रखने की कोशिश मानने से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि सभी विधायक होली से पहले वहां घूमने गए हैं. इस संबंध में उन्होंने कहा, 'हमारी सरकार को कोई खतरा नहीं है और हमें ऐसा कुछ करने की जरूरत नहीं है. हमारा कुनबा एकजुट है और एकजुट ही रहेगा.'

बीजेपी ने 25 से पहले बहुमत साबित करने की मांग
इस बीच, मुख्य विपक्षी बीजेपी और अपनी सरकार के विरोध में बगावत पर उतरे कांग्रेस के सभी नौ बागी विधायकों ने राज्यपाल से अनुरोध किया है कि वे सरकार को 25 मार्च से पहले सदन में अपना बहुमत साबित करने को कहें. बीजेपी सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा विधायकों की खरीद फरोख्त की आशंका के मद्देनजर उन्होंने राज्यपाल को एक पत्र लिखकर यह अनुरोध किया है.

गौरतलब है कि इन सियासी उठापटक के बीच मुख्यमंत्री हरीश रावत और संसदीय कार्यमंत्री इंदिरा हृदयेश ने विधानसभा पहुंचकर राज्य मंत्रिमंडल से निष्कासित किए गए कृषि मंत्री हरक सिंह रावत के दफ्तर में ताला लगवा दिया है. मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में शनिवार को हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में बागी हरक सिंह रावत को निष्कासित करने का फैसला लिया गया था.

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