Haridwar Mahakumbh: हरिद्वार में महाकुंभ को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. इस बीच कुंभ मेला 2021 को लेकर इंटरस्टेट कोर्डिनेशन बैठक हुई. इस बैठक में फैसला लिया गया कि शाही स्नानों के दिन वीआईपी मूवमेंट पर रोक रहेगी. वीआईपी यदि आना चाहते हैं तो वे एक साधारण श्रद्धालु की भांति ही आ सकते हैं. यानी कि शाही स्नान के समय वीआईपी को सामान्य नागरिक बनकर गंगास्नान करना होगा.
दरअसल, शुक्रवार को इंटरस्टेट कोर्डिनेशन बैठक में हरिद्वार कुंभ मेला के लिए राज्य की तमाम एजेंसियों व उत्तराखंड पुलिस ने कई मसलों पर चर्चा की. जिसमें कई अहम निर्णय लिये गए. उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार ने कुंभ को लेकर निर्देश दिए कि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा मेले के लिए जारी की गई एसओपी का पालन किया जाए. साथ ही सभी राज्यों से ये आश्वासन लिया गया कि जो भी तीर्थयात्री एवं श्रद्धालु उनके राज्य से कुंभ मेले में आए वो कोविड की गाइडलाइंस का पालन करें.
बैठक में तीर्थयात्रियों एवं श्रद्धालुओं को महाकुंभ मेला के वेब पोर्टल में रजिस्ट्रेशन करने और कोविड निगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता के संबंध में विस्तार से बताने पर जोर दिया गया. सभी राज्यों द्वारा इस पर सहमति व्यक्त की गई. इसके अलावा इंटरस्टेट कोर्डिनेशन बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रत्येक राज्य एवं एजेंसी में एक वरिष्ठ अधिकारी को कुंभ मेले में समन्वय हेतु नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा. कुंभ मेले के दौरान प्रत्येक राज्य द्वारा सोशल मीडिया मॉनिटरिंग की जाएगी और इससे प्राप्त सूचनाओं को तुरंत शेयर किया जाएगा.
कुंभ मेले के प्रचार-प्रसार के लिए फेसबुक पेज भी बनाया गया है. इस पेज पर कुंभ से जुड़ी सभी सूचनाएं श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराई जाएंगी. इसके साथ ही उत्तराखंड पुलिस के फेसबुक पेज और ट्विटर हैंडल से भी ट्रैफिक प्लान और पार्किंग की जानकारी श्रद्धालु घर बैठे पा सकेंगे.
यही नहीं ट्रैफिक डायवर्जन में सीमावर्ती राज्यों की महत्वपूर्ण भूमिका है. ऐसे में कोऑर्डिनेशन के लिए सभी सीमावर्ती राज्यों के नोडल अधिकारियों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाएगा. प्रमुख स्नान वाले दिनों में यातायात का दबाव अधिक होने पर उत्तर प्रदेश की भूमिका महत्वपूर्ण होगी और डायवर्जन शुरू किया जाएगा. इस संबंध में जल्द ही सभी सीमावर्ती जिलों के पुलिस अधिकारियों की एक बैठक हरिद्वार में आयोजित की जाएगी.
रेलवे में अधिक भीड़ होने पर सीमावर्ती नजीबाबाद और सहारनपुर के रेलवे स्टेशनों को भी एक्टिव किया जाएगा. कुंभ मेले के मार्गों पर सीमावर्ती राज्यों द्वारा भी विभिन्न स्थानों पर एम्बुलेंस एवं क्रेन तैनात करने पर भी सहमति बनी. कुम्भ के दौरान संपर्क एवं संचार के लिए वायरलेस का उपयोग किया जाएगा.
इसके अलावा अपराधियों, या किसी अनहोनी से निपटने के लिए सभी राज्य एक दूसरे से सूचना का आदान-प्रदान करेंगे. इसके लिए सुरक्षा एजेंसियां सतर्क रहेंगी. हर इनपुट को साझा किया जाएगा.