उत्तराखंड की राजनीति में भूचाल ला देनेवाले स्टिंग सीडी मामले में मुख्यमंत्री हरीश रावत को आखिरकार सीबीआई के सामने पेश होना ही पड़ा. इससे पहले दो बार सीबीआई के बुलाने के बावजूद रावत पेश नही हुए थे. यहां तक कि दोबारा सरकार बनने के बाद रावत सरकार ने सीबीआई जांच बंद करने भी सिफारिश की, लेकिन अदालत ने इस पर रोक लगाने से इंकार कर दिया.
पूछताछ के बाद बीजेपी पर बोला हमला
अपने सामने कोई रास्ता नहीं बचने के बाद हरीश रावत सोमवार सुबह 11 बजे सीबीआई मुख्यालय पहुंचे और चार बजे तक वहां रुके. इस दौरान जांच अधिकारियों ने उनसे स्टिंग सीडी मामले से जुड़े कई सवाल किए. रावत सवालों के ठीक जवाब नहीं दे पाए. ज्यादातर सवालों के बारे में चुप्पी साधने वाले रावत बाहर आने के बाद बीजेपी पर हमला करने से नही चूके.
रावत बोले- बीजेपी की भूमिका की हो जांच
रावत ने सीबीआई जांच के पीछे बीजेपी की भूमिका की भी जांच किए जाने की बात कही. उन्होंने कहा कि उनके और कांग्रेस के खिलाफ केंद्र में बैठी बीजेपी सरकार राजनीतिक साजिश कर रही है. इसके आधार पर रावत के खिलाफ रेगुलर एफआइआर दर्ज हो सकती है.
सूत्रों के मुताबिक पांच घंटे की पूछताछ में सीबीआई ने रावत से पूछे ये सवाल -
- सीडी में वह हैं या नहीं ?
- सीडी में जो आवाजें हैं, उनकी हैं या नहीं?
- सीडी में जो बातें हुई हैं, उन्होंने की थी या नहीं?
- क्या उन्होंने विधायकों के लिए रकम दिए जाने की पेशकश की थी?
- क्या उनके किसी मंत्री ने भी विधायकों को रकम दिए जाने की पेशकश की थी?
- बातचीत के दौरान जो पैसे देने की पेशकश थी वो कहां से आते?
- पैसों की जगह कुछ और ऑफर की बात का मकसद क्या था?
- कैमरे के अलावा कुछ और बातें हुई थी?
सीएम रावत ने मानी पत्रकार से मिलने की बात
हालांकि सीएम हरीश रावत ने पूछताछ में पत्रकार से मिलने की बात मानी. साथ में उन्होंने यह भी कहा कि यह सब एक साजिश के तहत हुआ है. इसकी भी जांच होनी चाहिए. फिलहाल स्टिंग मामले में देखना ये होगी कि राजनीतिक रंग लिए ये मामला किस तरफ रूख करता है.