हरीश रावत उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री बन गए हैं. उन्होंने शनिवार शाम को गवर्नर हाउस में पद और गोपनीयता की शपथ ली.
इससे पहले, कांग्रेस विधायक दल की बैठक में हरीश रावत को सर्वसम्मति से नेता चुना गया. कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने उनके नाम का ऐलान किया.
सीएम की कुर्सी संभालने से ठीक पहले आजतक से बात करते हुए हरीश रावत ने कहा कि उन्हें उत्तराखंड के विकास के लक्ष्य को ध्यान में रखकर आगे काम करना है.
हरीश रावत ने कहा कि विजय बहुगुणा ने जहां काम छोड़ा है, वे उससे आगे का काम करेंगे. जब उनसे पूछा गया कि क्या वे यह मानते हैं कि उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा से ठीक ढंग से नहीं निपटा गया, तो उन्होंने इस आरोप से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि आपदा में जितनी तादाद में लोग फंसे थे, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि मदद के इंतजाम बेहतर ही थे. हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि उस वक्त जितना बेहतर नेटवर्क होना चाहिए था, उतना नहीं था.
हरीश रावत ने कहा कि पार्टी ने उन्हें सीएम बनाने का जो फैसला किया है, उसके पीछे चुनाव समेत कई कारण हो सकते हैं. उन्होंने यह मानने से इनकार कर दिया कि विजय बहुगुणा को उनकी नाकामी की वजह से पद छोड़ना पड़ा.
कार्यकर्ता को जड़ा थप्पड़
सीएम बनते ही हरीश रावत विवाद में फंसते नजर आ रहे हैं. दिल्ली से देहरादून पहुंचे रावत का रेलवे स्टेशन पर जोरदार स्वागत हुआ. इस दौरान रावत ने पार्टी के ही एक कार्यकर्ता को थप्पड़ जड़ दिया. कार्यकर्ता सतपाल महाराज के खेमे का बताया जा रहा है.