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उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते कई घंटे बंद रहा हाईवे

पीपलकोटी के पास भारी बारिश की वजह से पहाड़ का हिस्सा खिसक कर हाइवे पर आ गिरा ,जिससे जोशीमठ-ऋषिकेश हाइवे बंद हो गया और दोनों तरफ सैंकड़ों में गाडियां फंस गईं.

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फाइल फोटो
फाइल फोटो

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उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में हो रही भारी बारिश के चलते कई जगहों पर लैंडस्लाइड की घटनाएं हो रही हैं. इसकी वजह से ऋषिकेश को बद्रीनाथ से जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग कई जगह बाधित हो गया है. भारी बारिश से चमोली जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. भीषण बारिश और भूस्खलन के चलते उत्तराखंड में मौसम विभाग ने चार दिन का रेड अलर्ट जारी किया है.

पीपलकोटी के पास भारी बारिश की वजह से पहाड़ का हिस्सा खिसक कर हाइवे पर आ गिरा ,जिससे जोशीमठ-ऋषिकेश हाइवे बंद हो गया और दोनों तरफ सैंकड़ों में गाडियां फंस गईं. ग्रेफ की टीम लैंडस्लाइड को साफ कर हाइवे को दोबारा खोलने की कोशिश में जुट गई.

कई घंटों के इंतजार के बाद हाइवे दोबारा खोल दिया गया. चमोली, लामबगड़, उत्तरकाशी में कई जगह पर भारी बरसात के चलते लैंडस्लाइड हुआ है. बद्रीनाथ की ओर जाने वाला हाइवे भी बुधवार सुबह तक लैंडस्लाइड के चलते बंद रहा, लेकिन बाद में दोबारा खोल दिया गया. मौसम विभाग ने उत्तराखंड में अगले 48 भारी में बारिश की चेतावनी दी है.

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इसके अलावा उत्तराखंड में मौसम विभाग ने चार दिन का रेड अलर्ट जारी किया है. कुमाऊं और गढ़वाल रेंज दोनों में ही सभी 13 जिलों को सभी जिलाधिकारियों का बेहद सतर्कता बरतने के आदेश दे दिए गए हैं. भारी बारिश को देखते हुए जहां एक ओर पुलिस SDRF और डीप डाइविंग टीम को ऋषिकेश में तैनात कर दिया गया है, तो वहीं विश्व प्रसिद्ध लक्ष्मण झूला पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है. पहाड़ी इलाकों में बारिश के चलते जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है.

पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश की वजह से केदारनाथ से निकलने वाली मंदाकिनी नदी और बद्रीनाथ से निकलने वाली अलखनंदा नदी में पानी खतरे के निशान पर चल रहा है. पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश को लेकर जिस तरह मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है. अगर वह बिल्कुल सही साबित हुआ, तो पहाड़ के जिलों के साथ मैदानी इलाकों को भी बेहद नुकसान होने की सम्भावना है.

ऋषिकेश में आश्रमों के घाट पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं. यात्रियों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. पुलिस की ओर से विशेष सतर्कता बरतते हुए यात्रियों को घाट से दूर हटाया जा रहा है, जिससे किसी भी दुर्घटना से बचा जा सके. नदी के किनारों पर गश्त बढ़ा दी गई है. हर मुश्किल से निपटने के लिए सभी तरह की फोर्स को तैनात की गई थी.

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