उत्तराखंड में भारी बारिश का कहर जारी है. कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. राज्य में अब तक 52 लोगों की मौत हो चुकी है. इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह उत्तराखंड दौरे पर हैं. वो बुधवार रात ही यहां पहुंच गए थे और आज बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे करेंगे. इसके बाद एक बैठक भी करेंगे और फिर दोपहर में ही दिल्ली के लिए निकल जाएंगे.
जानकारी के मुताबिक, शाह सुबह 9 बजकर 45 मिनट से 11:30 बजे तक बीएसएफ के हेलीकॉप्टर से बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे करेंगे. इसके बाद 11 बजकर 45 मिनट से 12 बजकर 45 मिनट तक जॉलीग्रांट एयरपोर्ट स्थित गेस्ट हाउस में एक बैठक करेंगे. इसके बाद दोपहर 1 बजे दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे.
आज मध्य रात्रि जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचकर केंद्रीय गृह मंत्री श्री @AmitShah जी का देवभूमि उत्तराखण्ड आगमन पर स्वागत किया। pic.twitter.com/SHgeMgNIOa
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 20, 2021
उत्तराखंड में अब तक 52 की मौत
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, उत्तराखंड में अब तक 52 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें से 28 लोगों की मौत अकेले नैनीताल में ही हुई है. अब भी 5 लोग लापता हैं और 17 घायल हैं. ज्यादातर मौतें घरों के ढहने से हुई हैं.
उत्तराखंड में राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की 17 टीमें तैनात हैं. एनडीआरएफ के प्रवक्ता ने बताया कि अब तक 1300 से ज्यादा लोगों को उधम सिंह नगर और नैनीताल से निकाल जा चुका है.
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न्यूज एजेंसी के मुताबिक, नैनीताल में मंगलवार को 445 मिमी बारिश हुई थी. यहां ग्वाला नदी उफान पर है और इस वजह से यहां के काठगोदाम रेलवे स्टेशन का ट्रैक पूरी तरह डैमेज हो चुका है. डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि ट्रैक को ठीक होने में 4 से 5 दिन का समय लगेगा. अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश से बिजली और टेलीफोन कनेक्शन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. शहरों में थोड़ा सुधार कर लिया गया है, लेकिन गांवों में हालत अब भी खराब है.
चारधाम यात्रा फिर से शुरू
वहीं, मौसम साफ होते ही चारधाम यात्रा को शुरू कर दिया गया है. चारधाम देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी हरीश गौड़ ने बताया कि बद्रीनाथ यात्रा को अभी शुरू नहीं किया गया है क्योंकि लैंडस्लाइड की वजह से पिपलकोटी-जोशीनाथ-बद्रीनाथ हाइवे बंद है. हालांकि, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा शुरू कर दी गई है. मौसम विभाग से मिली चेतावनी के बाद 18 अक्टूबर को अस्थायी तौर पर चारधाम यात्रा को रोक दिया गया- था.