मौसम विभाग ने उत्तराखंड के 7 जिलों देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी गढ़वाल, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर, पिथौरागढ़ और चम्पावत में अगले 24 घंटे के दौरान तूफान, बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है. इस चेतावनी को बेहद गंभीरता से लेते हुए एडीजी अशोक कुमार ने तुरंत एक मीटिंग बुलाई. इस मीटिंग के तहत इन 7 जिलों के अलावा पूरे प्रदेश में समस्त थाना प्रभारियों को ये सख्त निर्देश दे दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में नदी तटों, घाटों व झरनों के किनारे, स्नान करने व फोटो खींचने वाले स्थानों पर पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल तैनात करें. साथ ही चार धाम आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों को भी इस संबंध में समय से सूचित करने के लिए कहा गया है.
इसके साथ ही पर्यटन पुलिस एवं विभिन्न जनपदों में थाना स्तर पर स्थापित आपदा टीम, जल पुलिस टीम व एसडीआरएफ टीम को पूर्ण उपकरणों सहित मौजूद रहने के निर्देश दिए गए हैं.
पुलिस अधीक्षकों को दिए गए ये निर्देश-
पौड़ी गढ़वाल और टिहरी गढ़वाल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जो कि चार धाम यात्रा के नोडल अधिकारी भी हैं, को निर्देश दिए गए हैं कि चार धाम यात्रा पर आए यात्रियों/पर्यटकों को किसी तरह की समस्या होती है, तो बिना देर किए तुरंत उनकी समस्या का निवारण किया जाए. साथ ही सभी पुलिस अधीक्षकों को आपदा कंट्रोल रूम व मौसम विभाग, बीआरओ से लगातार समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं.
एसएमएस के जरिए दी जा रही है मौसम की जानकारी-
उत्तराखंड पुलिस मोबाइल ऐप से नि:शुल्क बल्क एसएमएस सेवा के माध्यम से लगातार चार धाम यात्रियों/पर्यटकों को अलर्ट करने के निर्देश भी दिए हैं, चार धाम यात्रा मार्गों में तैनात हिल पट्रोल यूनिट व पर्यटन पुलिस द्वारा वॉट्सऐप ग्रुप के माध्यम से भी चारधाम यात्रियों व पर्यटकों को सूचित किया जा रहा है.
दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं हजारों श्रद्धालु-
गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से आधे देश में मौसम का कोहराम लगातार जारी है. उसकी वजह से कई राज्यों में लोगों को अपनी जान तक गंवानी पड़ी है. राज्य में कोई भी जनहानि ना हो इसलिए ये कदम उठाए गए हैं. अभी फिलहाल मौसम विभाग का अलर्ट 24 घंटे के लिए उत्तराखंड पर मंडरा रहा है मगर इसके बाद भी हालात सही होने के आसार कम ही नजर आ रहे हैं.
ऐसे में राज्य सरकार व पुलिस महकमा पूरी तरह से चार धाम यात्रा को सकुशल पूर्ण करवाने में लगा है क्योंकि देश-विदेश से हर रोज हजारों की संख्या में तीर्थ यात्री गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं. ऐसे में सभी की सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की कोई भी कोताही नहीं हो इसके लिए ये सभी इंतजाम पहले से ही किए जा रहे हैं.