दिल्ली से जोशीमठ घूमने गए दो पर्यटकों को गूगल मैप्स का इस्तेमाल करना भारी पड़ गया है. दोनों पर्यटक विष्णुप्रयाग जाने की तैयारी कर रहे थे, गूगल मैप्स ने उन्हें एक शॉर्टकट रास्ता भी बता दिया जहां पैदल ही जाया जा सकता है. अब मैप ने जो रास्ता बताया, उसी दिशा में ये पर्यटक चलते रहे. लेकिन वहां जाकर पता चला कि पुल टूटा हुआ है और दूसरी पार जाने का कोई रास्ता नहीं. जब जाने का प्रयास किया, दोनों ही पर्यटक पहाड़ से गिर गए और फिर कई घंटों बाद उनका रेस्क्यू हुआ.
आखिर हुआ क्या था?
बताया जा रहा है कि दिल्ली से दीपिका और अमित उत्तराखंड घूमने के लिए निकले थे. वे वहां पहुंच भी गए थे और कई जगह घूमी भीं. बुधवार को दोनों ने प्लान बनाया कि जोशीमठ के विष्णुप्रयाग जाया जाएगा. उस समय गूगल मैप्स ने उन्हें बताया कि अगर पैदल ही जाया जाएगा तो कम समय में विष्णुप्रयाग तक पुहंच जाएंगे. गूगल मैप्स ने कोई शॉर्टकट रास्ता बताया और दोनों ही पर्यटक उस दिशा में आगे बढ़ गए. उन्हें इस बात का अहसास ही नहीं था कि विष्णुप्रयाग वाला पुल दो साल पहले खराब मौसम में टूट गया था. ऐसे में जब दोनों दीपिका और अमित विष्णुप्रयाग के पास पहुंचे, उनका संतुलन बिगड़ा और वो नदी किनारे फंस गए.
रेस्क्यू कैसे किया गया?
इसके बाद करीब दोपहर 3.30 बजे स्थानीय लोगों को इस घटना के बारे में पता चला और उन्होंने तुरंत ही एनडीआरएफ और पुलिस को सूचना दी. उस सूचना के आधार पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया और करीब तीन घंटे बाद दोनों ही पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया. यहां ये समझना जरूरी है कि इस मौसम में नदी में उतर किसी का भी रेस्क्यू करना मुश्किल काम है. पानी बर्फ से भी ज्यादा ठंडा रहता है, ऐसे में तमाम तरह की चुनौतियां खड़ी रहती हैं. लेकिन टीम ने समय रहते इन दोनों पर्यटकों को बचा लिया और फिर स्थानीय लोगों ने भी उनकी पूरी मदद की.