धनबाद के जज उत्तम आनंद हत्याकांड मामले में वॉट्सऐप इंडिया ने सहयोग करने का हलफनामा दिया है. उसके पास जो भी डाटा होगा, वो जांच के लिए मुहैया कराएगा. शुक्रवार को वॉट्सऐप (WhatsApp) की ओर से यह जानकारी हाई कोर्ट को दी गई. चीफ जस्टिस डॉक्टर रवि रंजन और जस्टिस सुजीत नारायण की अदालत में सुनवाई के दौरान वरीय अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने वॉट्सऐप की ओर से पक्ष रखा.
सिब्बल ने अदालत को बताया कि जांच में जो भी जरूरत होगी वो जानकारी वॉट्सऐप उपलब्ध कराएगा. मामले की पिछले सप्ताह हुई सुनवाई के दौरान सीबीआई की ओर से हाई कोर्ट को बताया गया था कि जांच में एक शख्स से वॉट्सऐप में चैटिंग की बात सामने आई है. इस चैटिंग का ब्योरा जांच के लिए जरूरी है.
हाई कोर्ट से इससे संबंधित डाटा उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया था. इस पर हाई कोर्ट ने वॉट्सऐप के इंडिया हेड को जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया था. बता दें कि जज उत्तम आनंद की मौत पिछले साल 28 जुलाई को मॉर्निंग वॉक दौरान एक ऑटो के टक्कर मारे जाने के बाद हो गई थी.
इधर, सीबीआई की ओर से बताया गया कि जांच जारी है. नए साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं. चैटिंग का ब्योरा मिलने के बाद जांच में और तेजी आएगी. सभी को सुनने के बाद अदालत ने सुनवाई अगले सप्ताह सीबीआई को प्रगति रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया. जज की मौत के बाद हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है और हर सप्ताह मॉनिटरिंग कर रहा है.