जम्मू कश्मीर के कठुआ में आतंकवादी हमले में शहीद हुए लांस नायक विनोद भंडारी का बुधवार को पूर्णानंद घाट ऋषिकेश में अंतिम संस्कार होगा. शहीद की अंतिम दर्शन और विदाई में शामिल होने आसपास के इलाके के हजारों लोग उमड़ पड़े. पूरे सैनिक सम्मान के साथ विनोद सिंह भंडारी की अंतिम यात्रा निकाली गई.
गढ़वाल रायफल के जवान विनोद भंडारी तीन बहनों के इकलौते भाई थे. वह अपने पीछे 3 महीने की एक बेटी और 5 साल का बेटा छोड़ कर गए हैं. शहीद की अंतिम यात्रा उनके निवास से पूर्णन्द घाट के लिए निकाली गई. विनोद सिंह भंडारी के अंतिम दर्शन के लिए हजारों लोग उनके गांव पहुंचे थे.
2011 में सेना में हुए थे भर्ती
जाखनीधार ब्लॉक के चौंड जसपुर निवासी विनोद सिंह भंडारी कठुआ में हुए आतंकी हमले में शहीद हो गए थे. वीर सिंह भंडारी और शशि देवी के बेटे विनोद भंडारी दसवीं गढ़वाल रायफल में तैनात थे. उनका परिवार देहरादून के भानियावाल में रहता है. विनोद 2011 में सेना में भर्ती हुए थे.
अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे हजारों लोग
बताया जाता है कि विनोद सिंह भंडारी के शहीद होने की सूचना मिलते ही उनके पैतृक गांव से सैकड़ों लोग उनके निवास स्थान पहुंच चुके थे. उनकी पत्नी और घर वाले का रो-रोकर बुरा हाल है. शहीद के शव को कंधा देने के लिए लोगों के बीच होड़ मच गई. शहीद विनोद भंडारी अमर रहे के नारे से माहौल गूंजता रहा.