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उत्तराखंड: कोरोना संकट के बीच खुले केदारनाथ धाम के कपाट, भक्तों को पूजा की अनुमति नहीं

महामारी के प्रकोप के चलते फिलहाल किसी भी तीर्थयात्रियों और स्थानीय भक्तों को केदारनाथ जाने की अनुमति नहीं दी गई है. कपाट खुलने पर देवस्थानम बोर्ड की टीम ने पूजा पाठ किया.

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कपाट खुलने से पहले सजाया गया केदारनाथ धाम.
कपाट खुलने से पहले सजाया गया केदारनाथ धाम.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कोरोना संकट के बीच खुले केदारनाथ धाम के कपाट
  • भव्य तरीके से सजाया गया बाबा का दरबार

कोरोना संकट के बीच उत्तराखंड स्थित केदारनाथ धाम के कपाट आज खोल दिए गए. बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली अपने शीतकालीन गद्दीस्थल ओम्कारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से केदारनाथ धाम के लिए रवाना होने के बाद रविवार को बाबा केदार की डोली केदारनाथ पहुंची.

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कोरोना के मद्देनजर बाबा केदार की डोली को रथ के जरिए गौरीकुंड तक ले जाया गया. डोली के  साथ देव स्थानम बोर्ड के कुछ कर्मचारी, वेदपाठी और पुजारी मौजूद थे. कोरोना संकट के चलते इस बार केदारनाथ धाम की यात्रा  सीमित कर दी गई है. कोरोना संकट के चलते केदारनाथ धाम के पास पहले जैसी चहल-पहल नजर नहीं आई. केदारनाथ धाम को खोलने से पहले बाबा के दरबार को फूलों से सजाया गया.

महामारी के प्रकोप के चलते फिलहाल किसी भी तीर्थयात्रियों और स्थानीय भक्तों को केदारनाथ जाने की अनुमति नहीं दी गई है. कपाट खुलने पर देवस्थानमं बोर्ड की सीमित टीम ही पूजा पाठ करेगी. बता दें कि इस बार मई महीने में भी केदारनाथ में जमकर बर्फबारी हो रही है. दो तीन दिन पहले यहां जमकर बर्फबारी हुई थी.

इससे पहले उत्तराखंड स्थित चार धामों में से एक गंगोत्री के कपाट शनिवार को खोल दिए गए थे. कोरोना संक्रमण के चलते देशभर में लॉकडाउन और पाबंदियां हैं. इस वजह से सिर्फ पुजारियों ने ही मां गंगा की डोली निकाली. ये लगातार दूसरा साल है जब श्रद्धालुओं की मौजूदगी के बगैर यात्रा निकाली गई.

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