पूर्व बीजेपी विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को एक महीने से ज्यादा समय तक न्यायिक हिरासत में रहने के बाद मंगलवार को अदालत से जमानत मिल गई. उन पर खानपुर के निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के दफ्तर पर फायरिंग करने का आरोप था.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, 26 जनवरी को चैंपियन और उनके समर्थकों ने सिंचाई विभाग परिसर में स्थित उमेश कुमार के कार्यालय पर गोलियां चलाई थीं. हालांकि, घटना के समय उमेश कुमार दफ्तर में मौजूद नहीं थे. इस मामले में चैंपियन पर हमला, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने जैसे आरोप लगाए गए थे. पुलिस ने जांच के बाद उनके खिलाफ मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी.
कैसे मिली जमानत?
चैंपियन के वकील राकेश सिंह ने बताया कि हत्या के प्रयास (धारा 109 BNS) का आरोप हटने के बाद उनकी जमानत का रास्ता साफ हुआ. जमानत के लिए 50,000 रुपये के दो मुचलके भरने होंगे, जिसके बाद वह बुधवार देर शाम जेल से रिहा हो जाएंगे.
अस्पताल में चल रहा है इलाज
गिरफ्तारी के बाद 27 जनवरी को चैंपियन और उनके 5 समर्थकों को जेल भेजा गया था. जेल में उनकी तबीयत बिगड़ने के कारण उन्हें हरिद्वार जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां वे अब तक इलाज करा रहे हैं.