
एक तरफ पूरा देश आजादी का 78वां जश्न मना रहा है. वहीं दूसरी तरफ देश के प्रति जिम्मेदारी निभाते हुए कैप्टन दीपक सिंह शहीद हो गए. जैसे ही शहीद कैप्टन दीपक सिंह का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा उनके घर पहुंचा तो पूरा माहौल गमगीन हो गया. परिजनों को रोता बिलखता देख हर किसी की आंखें नम हो गईं. जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर सीएम धामी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. साथ ही राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके परिजनों से भी बात की.
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कैप्टन दीपक सिंह धामी की शहादत पर दुख जताया है. सीएम धामी ने कहा है कि कैप्टन दीपक सिंह के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है. कैप्टन दीपक सिंह के परिवार को इस दुखद घड़ी में सांत्वना देने के लिए उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी समेत कई नेता पहुंचे.
शहीद कैप्टन दीपक सिंह का पार्थिव शरीर देहरादून पहुंचा
इसके बाद जौलीग्रांट एयरपोर्ट से शहीद कैप्टन दीपक सिंह का पार्थिव शरीर उनके कुंआवाला स्थित आवास पर लाया गया. जहां शहीद के पार्थिव शरीर को दी श्रद्धांजलि दी गई. शहीद कैप्टन दीपक सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए सैकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. इस दौरान जब तक सूरज चांद रहेगा दीपक तेरा नाम रहेगा के नारे भी लोगों ने लगाए. शहीद कैप्टन दीपक के पिता महेश सिंह ने कहा कि उन्हें अपने बेटे की शहादत पर गर्व है. देश के लिए उसने जान दी है. महेश सिंह उत्तराखंड पुलिस में इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत थे.
सीएम धामी ने शहीद कैप्टन दीपक सिंह को श्रद्धांजलि दी
मूलरूप से उत्तराखंड के अल्मोड़ा (वर्तमान में देहरादून) के रहने वाले कैप्टन दीपक ने 12वीं तक की पढ़ाई सेंट थामस स्कूल से की. दीपक सिंह सिरफ 25 वर्ष के थे और 13 जून 2020 को सेना में कमीशन हुए थे. बता दें, मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के डोडा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच गोलीबारी में उत्तराखंड के रहने वाले कैप्टन दीपक सिंह शहीद हो गए थे.