
उत्तराखंड में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट घोषित किया है. उत्तराखंड के अलग-अलग क्षेत्रों में 4 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश को देखते हुए यह अलर्ट जारी हुआ है. मॉनसून की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार, 2 जुलाई को बैठक ली है. इसमें सभी अधिकारियों को अलर्ट रहने के लिए कहा है. इसके साथ ही चिकित्सा विभाग को भी अलर्ट रहने और डॉक्टरों व एम्बुलेंस को तैनात करने के लिए कहा है.
मौसम विभाग ने आज (बुधवार), 3 जुलाई को देहरादून, अल्मोडा, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, बागेश्वर, पिथौरागढ़ में अधिकांश स्थानों पर तीव्र से बहुत तीव्र बारिश होने की संभावना जताई है. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की फोर्स अलर्ट पर हैं. पीडब्ल्यूडी ने अवरुद्ध सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी और पोकलैंड मशीनें तैनात करने को भी कहा है. इसके साथ ही सीएम धामी ने रंजीत सिन्हा की जगह विनोद कुमार सुमन को उत्तराखंड आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का नया सचिव नियुक्त किया है.
देहरादून में बारिश का अलर्ट
मॉनसून की बारिश और मौसम विभाग के अलर्ट के बीच आज तक की टीम मालदेवता पहुंची, जहां पिछले साल बारिश ने हाहाकार मचाया था. शांत दिखने वाली सॉन्ग नदी में लगातार पानी बढ़ रहा है और मालदेवता घाटी में लगातार बादल छाए हुए हैं. वहीं, सॉन्ग नदी में मौसम विभाग (IMD) की चेतावनी के बावजूद भी लोग नहा रहे हैं और नदी किनारे हो रहे कंस्ट्रक्शन पर भी कोई जांच नहीं की गई है.
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देहरादून में कल हुई बारिश के बाद रायपुर के महाराणा प्रताप चौक के पास के क्षेत्र में जबरदस्त जलभराव हुआ, जिसके कारण लोगों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ा. इसके साथ ही लंबा जाम भी लगा. तेज बारिश के बाद जलभराव के कारण घर और दुकान जलमग्न हो गए हैं, जिसकी वजह से लोगों का जीना मुश्किल हो गया.
आज तक से बातचीत में लोगों ने बताया कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट और नगर निगम की लापरवाही के कारण नाले ब्लॉक हो गए हैं. जिस वजह से पानी घरों में और दुकानों में घुस आया है. सड़क पर ढलान की समस्या है, उसको भी सही नहीं किया जा रहा है, जिसकी वजह से हर बारिश में ऐसी ही स्थिति पैदा होती है. उधर रायपुर के ही एक दूसरे क्षेत्र में तेज बारिश के बाद नाले भी उफान पर हैं जिसकी वजह से रोड पर जाम की स्थिति पैदा हो गई है, लोगों को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और लोग घरों में कैद होने को मजबूर हैं.