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कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा का बीजेपी पर हमला, मोदी के विदेशी दौरों पर भी तंज

कांग्रेस मुख्यालय में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेस वार्ता में आज मोदी सरकार जो कई मुद्दों पर कटघरे में खड़ा कर दिया.

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भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता पवन खेड़ा
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता पवन खेड़ा

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  • पवन खेड़ा ने पत्रकारवार्ता के दौरान मोदी सरकार को घेरा
  • धारा 370, अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी, भी सवाल खड़े किए

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून आये कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने आज पत्रकारवार्ता के दौरान मोदी सरकार को जमकर घेरा. पवन खेड़ा ने कांग्रेस भवन में मोदी सरकार पर एक के बाद एक हमले किए. पवन खेड़ा ने सरकार पर जन मुद्दों से पीछे हटने की बात कही.

उन्होंने कहा कि सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार जन मुद्दों पर बात नहीं करना चाहती. साथ ही उन्होंने कश्मीर से लेकर धारा 370 और बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था, विकास दर और प्रधानमंत्री के विदेश दौरों पर भी सवाल खड़े कर दिए.

मोदी सरकार पर किया हमला

कांग्रेस मुख्यालय में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेस वार्ता में आज मोदी सरकार जो कई मुद्दों पर कठघरे में खड़ा कर दिया. केंद्र सरकार पर ताबड़तोड़ हमले करते हुए कहा, 'सरकार जनमुद्दों पर बात नहीं करना चाहती है और कहा कि अर्थ व्यवस्था पूरी चरमराई हुई है. लेकिन सरकार 370 लिए घूम रही है.

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साथ ही उन्होंने कहा कि आजकल हिंदुस्तान के बेरोजगारों पर बात ही नहीं हो रही है. पवन खेड़ा ने पीएम मोदी के विदेश दौरे पर भी तंज कसा कहा भारत का उद्योग चाइना के सामान को पीछे नहीं छोड़ पाया है, दूध को भी विदेश से लाने की बात की जा रही है, क्यों? भारत के व्यापारी क्या करेगा? घरेलू बचत नहीं है, बाजार से लोगों के पास खरीदने को पैसा नहीं है.'

कांग्रेस उठा रही जनहित मुद्दे

आज विकास दर 3% से ज्यादा गिर गई है. पवन खेड़ा ने कहा, 'कांग्रेस लगातार जनहित से जुड़े मुद्दों को उठा रही है, देश की अर्थव्यवस्था सबसे बुरे दौर से गुजर रही है और सरकार 370 पर मोदी सरकार ढिंढोरा पीटने में लगी हुई है लेकिन बेरोजगारी पर मोदी सरकार चुप है. चीन के उत्पादों से भारत पहले ही संघर्ष कर रहा है, क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (RCEP)पर हस्ताक्षर देश के विरोध में है.

वहीं आरसीईपी के मुद्दे उन्होंने कहा, 'आरसीईपी पर हस्ताक्षर होने पर भारत के कारोबारी और किसान तबाह हो जाएगा. नोटबन्दी और जीएसटी ने देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है. मोदी सरकार सिर्फ नारों से चल रही है.'

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