उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव नजदीक आ गए हैं. जैसे-जैसे चुनाव के दिन पास आ रहे हैं, राज्य का सियासी पारा भी बढ़ता जा रहा है. बड़े-बड़े वादे तो हो ही रहे हैं, इसके अलावा विवादित बयान देने की भी होड़ सी लग गई है. अब इस समय भाजपा के उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत गौतम का एक बयान सुर्खियों में आ गया है. एक तरफ उन्होंने 'गांधी परिवार' पर निजी हमला किया है तो वहीं दूसरी ओर अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी को लेकर भी विवादित बयान दे डाला है.
गांधी परिवार पर निजी हमला
दुष्यंत गौतम ने भरे मंच से महिलाओं के सामने ये आरोप लगा दिया कि हिंदुओं की बात करने वाले गांधी परिवार ने किसी भी हिन्दू से शादी नहीं की. उन्होंने कहा कि नेहरू कभी खुद को हिन्दू नहीं कहते थे. इतना ही नहीं इंदिरा गांधी से लेकर राजीव गांधी और प्रियंका ने हिन्दू से शादी नही की है और आज हम लोगों की संस्कृति ने उनको जगह-जगह जनेऊ पहन घूमने को मजबूर कर दिया है. ये हमारी जीत है.
केजरीवाल- राहुल गांधी पर विवादित बयान
वहीं दुष्यंत गौतम ने इसके बाद भी कार्यक्रम के दौरान विवादित बयान देने का सिलसिला जारी रखा. उन्होंने अपने भाषण में अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी का जिक्र करते हुए दोनों को पाकिस्तान की पैरवी करने वाला नेता बता दिया. लेकिन इस बात को कहते हुए जिस शब्द का इस्तेमाल बीजेपी नेता ने किया, उसने उत्तराखंड की राजनीति में भूचाल ला दिया और कांग्रेस से लेकर आम आदमी पार्टी तक बीजेपी के खिलाफ प्रदर्शन करने लगी.
उत्तराखंड की राजनिति में बवाल
अभी के लिए दोनों पार्टियों ने इस बयान के बाद थाने में तहरीर दी है और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. कांग्रेस ने तो साफ कर दिया है कि वे आज प्रदेश भर के जिला मुख्यालयों में पुतला दहन करने वाले हैं और बीजेपी नेता से माफीनामे की मांग करेंगे. वहीं इस विवाद पर आम आदमी पार्टी का कहना है कि अगर पुलिस उन पर मुकदमा दर्ज नही करती है तो प्रदेश भर में उनके खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा. आप नेता उमा सिसोदिया ने तो यहां कह दिया है कि भाजपा को आने वाले चुनाव में अपनी हार साफ दिखाई दे रही है, इसलिए वो इस तरह की बयानबाजी कर रही है.