उत्तराखंड में भारी बारिश और भूस्खलन को देखते हुए वार्षिक कैलाश मानसरोवर यात्रा स्थगित कर दी गयी है .
आईटीबीपी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया ‘भूस्खलन और भारी वर्षा को देखते हुए उत्तराखंड के बुद्द्धी में यात्रा को रोक दिया गया है. तीर्थयात्री विभिन्न स्थानों पर रूके हुए हैं और स्थिति के सामान्य होने के बाद फिर से मार्ग को खोल दिया जाएगा.’. यात्रा और तीर्थयात्रियों की निगरानी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) कर रहा है.
दिल्ली से पिथौरागढ़ जा रही एक बस मलबे की चपेट में आकर गिर गई, जिससे 4 लोगो की मौत हो गई और 22 लोग घायल हो गए. खतरे को देखते हुए यात्रा रोक दी गई है. कैलाश मानसरोवर यात्रियों का दूसरा दल सोमवार को धारचूला जा रहा था, मगर उसे वापस अल्मोड़ा लौटना पड़ा.
गौरतलब है कि उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण गंगा और उसकी सहायक नदियों में अचानक आयी बाढ़ से व्यापक तबाही के बीच 30 लोगों की मौत हो गयी जबकि 19 घायल हो गए वहीं 160 से ज्यादा मकानों को नुकसान पहुंचा है.
पवित्र माउंट कैलाश पर स्थित भगवान शिव के वास का दर्शन करने और मानसरोवर के पवित्र झील में स्नान के लिए तीर्थयात्रियों के कुल 18 जत्थे वहां जाने वाले हैं.