उत्तराखंड का चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. दरअसल, अंकिता की मां सोनी देवी ने आरोप लगाया कि पुष्कर सिंह धामी सरकार ने मामले में सामने आए कुछ वीआईपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है. वहीं, विपक्षी कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोला. अंकिता की मां का वीडियो साझा करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि सीएम पुष्कर सिंह धामी हमारी बेटी अंकिता भंडारी की मां के आंसुओं का जवाब कब दोगे?
एक वीडियो के जरिए अपनी बेटी अंकिता के लिए न्याय की गुहार लगाते हुए सोनी देवी ने कहा कि मामले में यमकेश्वर की भाजपा विधायक रेनू बिष्ट और यमकेश्वर के तत्कालीन उपजिलाधिकारी का नाम सामने आया है लेकिन उनके खिलाफ राज्य सरकार ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. सोनी देवी ने कहा कि मैंने सुना है कि मामले में जिस 'वीआईपी' की बात सामने आ रही थी, उसका नाम अजय कुमार है. उसके खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
सोनी देवी ने यह भी आरोप लगाया कि इस केस में उनकी मदद कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता आशुतोष नेगी के खिलाफ राज्य सरकार ने झूठा मामला दर्ज कर लिया है. यही नहीं, उनकी पत्नी का तबादला पिथौरागढ़ कर दिया गया है. सोनी देवी ने कहा कि यदि जल्द ही नेगी के खिलाफ मामला वापस नहीं किया गया और उनकी पत्नी का तबादला रद्द न किया गया तो वह अपने प्राण त्याग देंगी.
बाद में संवाददाताओं से बातचीत में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि अंकिता की मां के आरोपों के मद्देनजर पूरे प्रकरण की हाईकोर्ट के सेवारत न्यायाधीश की देखरेख में जांच कराई जानी चाहिए. अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी ने भी पौड़ी के जिलाधिकारी को एक पत्र लिखकर इसी प्रकार के आरोप लगाए हैं. वीडियो और पत्र में भाजपा एवं RSS के एक बड़े व्यक्ति अजय कुमार के नाम का खुलासा हुआ है. अगर इन आरोपों में जरा भी सच्चाई है तो निश्चित तौर पर आरोपी पर कार्रवाई होनी चाहिए.
करन माहरा ने कहा कि हमें किसी भी एजेंसी पर भरोसा नहीं है इसलिए मैं पूरे प्रकरण की हाईकोर्ट के सेवारत न्यायाधीश की देखरेख में जांच की मांग करता हूं. इसके साथ ही माहरा ने ऐलान किया कि राहुल गांधी की 14 जनवरी को शुरू हो रही भारत जोड़ो यात्रा वाले दिन से प्रदेश कांग्रेस पूरे उत्तराखंड में हर ब्लॉक मुख्यालय, हर जिला मुख्यालय और विधानसभा क्षेत्र के स्तर पर अंकिता भंडारी न्याय यात्रा निकालेगी और भाजपा के कारनामों से जनता को अवगत कराएगी. यह यात्रा तीन दिन तक निकाली जाएगी.
क्या है अंकिता भंडारी मर्डर केस?
गौरतलब है कि यमकेश्वर के गंगा भोगपुर क्षेत्र में वनंत्रा रिजॉर्ट में काम करने वाली 19 वर्षीया रिसेप्शनिस्ट अंकिता की सितंबर 2022 में कथित तौर पर रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य ने अपने दो कर्मचारियों सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता के साथ मिलकर ऋषिकेश के निकट चीला नहर में धक्का देकर हत्या कर दी थी. आरोप लगा था कि किसी वीआइपी को 'एक्स्ट्रा सर्विस' देने से मना करने पर अंकिता की हत्या की गई थी. घटना के बाद उपजे आक्रोश के बीच रिजॉर्ट की चाहरदीवारी और कमरों की दीवारें तोड़ दी गई थीं.
हाल में हत्याकांड के मामले में जेसीबी चालक दीपक ने न्यायालय में दी अपनी गवाही में कहा था कि उसने विधायक बिष्ट और उपजिलाधिकारी के कहने पर रिजॉर्ट की चाहरदीवारी और दो कमरों की दीवारें और खिड़कियां तोड़ी थीं. दीपक की गवाही का जिक्र करते हुए माहरा ने कहा कि अपराध करने वाला और अपराध के सबूतों को मिटाने वाला बराबर का दोषी होता है. इस वजह से मामले में विधायक और तत्कालीन उपजिलाधिकारी के खिलाफ भी आपराधिक मामले दर्ज किए जाने चाहिए.
भाजपा ने किया कांग्रेस पर पलटवार
उधर, भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कांग्रेस द्वारा उसके नेताओं पर अनर्गल आरोपों को चुनाव में लगातार मिल रही हार की खीज बताया और कहा कि वह निम्न स्तर की राजनीति कर रही है. कांग्रेस का दिवंगत अंकिता या उसके परिवार से कोई लेना देना नहीं है. बल्कि, वह इसके जरिए भाजपा नेताओं को निशाने पर लेकर चरित्र हनन की राजनीति पर उतारू हो गई है. अंकिता के परिजनों द्वारा आवेश में लगाए गए आरोपों को ढ़ाल बनाकर कांग्रेस भाजपा के नेताओं को चारित्रिक रूप से बदनाम करने की कोशिश कर रही है.