उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने हाल ही में जोशीमठ का दौरा किया था. वहां से देहरादून लौटने के बाद उन्होंने कहा कि हाईवे के कुछ हिस्से में धंसाव हुआ है. इसे लेकर प्रशासन काम कर रहा है. साथ ही कहा कि जोशीमठ कोई पाताल में नहीं धंस रहा है, बल्कि यह लोगों की ओर से किए गए निर्माण के बाद बनी स्थिति है.
सतपाल महाराज ने कहा कि लोगों ने अपने यहां सीवेज टैंक बना रखे हैं. जिसके लिए ड्रेनेज नहीं बनाया गया. उन्होंने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि जोशीमठ पाताल लोक में रहा है जो कि बिल्कुल गलत बात है. उन्होंने बताया कि जोशीमठ प्रवास के दौरान अधिकारियों को इस आपदा को लेकर दिशा निर्देश दिए हैं.
सतपाल महाराज ने कहा कि जोशीमठ आपदा को लेकर प्रदेश और केंद्र की बीजेपी सरकार बेहद संवेदनशील है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह लगातार जोशीमठ को लेकर अपडेट ले रहे हैं. वहां रहने वाले लोगों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया है. सतपाल महाराज ने कहा कि सरकार का पूरा प्रयास है कि जोशीमठ में होने वाले विंटर गेम्स इस बार भी हों, जिसको लेकर सरकार प्रयासरत भी है.
वहीं उत्तराखंड सरकार की ओऱ से कहा गया है कि जोशीमठ में बागवानी विभाग की भूमि पर सीबीआरआई द्वारा मॉडल प्री फेब्रीकेटेड शेल्टर का निर्माण शुरू किया गया. चमोली के ढाक गांव में मॉडल प्री-फैब शेल्टर निर्माण के लिए जमीन के चयन के बाद जमीन का समतलीकरण, बिजली, पानी, सीवर आदि के लिए कार्य शुरू कर दिया गया है. जरूरत पड़ने पर विस्थापितों के आवास की व्यवस्था भराड़ीसैंण विधानसभा के छात्रावासों में करने का विकल्प रखा गया है.
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