उत्तराखंड में पिथौरागढ़ जिले की दरमा घाटी में रविवार शाम को रिक्टर पैमाने पर 4.5 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए. जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने आज बताया कि दरमा और जोहार घाटी में अलर्ट जारी कर दिया गया है. पिछले एक हफ्ते में जिले में यह दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारी आर. एस. राणा ने कहा कि भूकंप रविवार रात को 8:18 बजे आया जिसका केंद्र नगर से 10 किलोमीटर दूर उच्च हिमालय की दरमा और जोहार घाटी में काफी गहराई में था. भूकंप की स्थिति 30.2 डिग्री उत्तरी अक्षांश से 30.3 डिग्री पूर्वी देशांतर के बीच जिले में पड़ने वाली दरमा और जोहार घाटी में दर्ज की गई है. धरती के थर्राने के बाद क्षेत्र में किसी भी तरह के नुकसान की कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है.
मौसम और आपदा नियंत्रण विभाग के सूत्रों के अनुसार क्षेत्र में जोरदार भूकंप आने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता क्योंकि रिक्टर पैमाने पर इनकी तीव्रता बढ़ने की रूपरेखा दर्ज की गई है. 3 जुलाई को आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर जहां 4.1 मापी गई थी वहीं रविवार को आए भूकंप की तीव्रता 4.5 मापी गई है.
उन्होंने कहा, टेक्टोनिक प्लेटों (पृथ्वी के भीतर पाई जाने वाली चलायमान चट्टानों) की गतिविधि के अनुसार यह क्षेत्र संवेदनशील इलाकों में आता है. साल 2010 के दौरान एक सप्ताह के बीच में यहां रिक्टर पैमाने पर 4 से 5.2 की तीव्रता के भूकंप के झटकों की श्रृंखला दर्ज की गई थी. उन्होंने कहा कि दरमा और जोहार घाटी के गांवों को चेतावनी जारी कर दी गई है और सीमा सड़क संगठन के कार्मिकों और भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों को सतर्क रहने को कहा गया है.