उत्तराखंड के कोटद्वार में एक बाघ की वजह से धारा 144 लगा दी गई. दरअसल एक आदमखोर बाघ ने दो दिन में दो लोगों को मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद प्रशासन ने अगले आदेश तक सभी स्कूलों को बंद रखने का निर्देश देते हुए इलाके में धारा 144 लगाने का फैसला कर लिया.
रिपोर्ट के मुताबिक रिखणीखाल और धुमाकोट क्षेत्र में इस बाघ का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. बाघ अब तक 2 लोगों को अपना शिकार बना चुका है. 13 अप्रैल और 15 अप्रैल को वन विभाग और ग्रामीणों ने आदमखोर बाघ द्वारा क्षत-विक्षत किए गए दो लोगों के शवों को बरामद किया था.
धुमाकोट और रिखणीखाल क्षेत्र में वन विभाग के कर्मचारी तैनात किए गए हैं. बाघ को पकड़ने के लिए पीआरडी के जवान और पुलिस फोर्स को भी क्षेत्र में लगाया गया है. जिलाधिकारी ने इस पूरे क्षेत्र में शाम 7:00 से सुबह 6:00 बजे तक धारा 144 लगा दी है. बता दें कि धारा 144 के तहत 4 और उससे ज्यादा लोगों के एक जगह इकट्ठा होने पर पाबंदी होती है.
इसके अलावा क्षेत्र के सभी आंगनबाड़ी केंद्र और स्कूलों को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है. ड्रोन कैमरे से पूरे इलाके की निगरानी की जा रही है. वन विभाग ने घटना की आशंका वाली जगहों पर पिंजरे लगा दिए हैं ताकि इस आदमखोर बाघ पर काबू पाया जा सके.
जिलाधिकारी डॉक्टर आशीष चौहान ने कहा कि बाघ द्वारा हमला किये जाने से दो लोगों की मौत हो गई है. इस कारण स्थानीय लोगों में भय का माहौल है. अधिकारी ने कहा कि बाघ के फिर से हमला करने की प्रबल आशंका है. यही वजह है कि रात के समय स्थानीय लोगों को अनावश्यक घर से बाहर नहीं निकलने का निर्देश दिया गया है.