उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने खुद के स्टिंग ऑपरेशन को झूठा और मनगढ़ंत करार दिया है. उन्होंने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों पर सफाई दी. रावत ने कहा कि उनके खिलाफ साजिश पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के इशारे पर किए जा रहे हैं.
स्टिंग करने वाले की जांच की जाए
रावत ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि जो कमेंट्री दी जा रही है अगर वो सही है तो साबित होता है कि जो बागी विधायक थे वो पैसे के लिए गए. इसके अलावा पैसे के लिए ही वो फिर बातचीत करना चाहते हैं. उन्होंने कहगा कि सामने आई सीडी झूठ है और गलत है. जो लोग इसके पीछे बताए जा रहे हैं उसकी इमेज किसी से छुपी नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर सीडी सही हुआ तो मैं सार्वजनिक तौर पर सबसे माफी मांग लूंगा.
Main seedhe kahna chahunga ki ye CD bilkul jhuth hai, bilkul false hai: Harish Rawat (Uttarakhand CM) on sting pic.twitter.com/LnEZ3ik9qE
— ANI (@ANI_news) March 26, 2016
सीएम के बचाव में उतरे कांग्रेस अध्यक्ष
दूसरी ओर उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने भी प्रेस कांफ्रेंस कर हरीश रावत का बचाव किया. उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता श्याम जाजू और कैलाश विजयवर्गीय ने प्रदेश सरकार को अस्थिर करने की साजिश रची है.
हरक सिंह रावत ने लगाए सीएम पर आरोप
इसके पहले कांग्रेस के बागी विधायक हरक सिंह रावत ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री हरीश रावत पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने एक स्टिंग ऑपरेशन की सीडी दिखाई और दावा किया कि इसमें हरीश रावत विधायकों को लालच देते दिख रहे हैं. हरक सिंह ने कहा था कि हम 9 विधायकों के अलावा बीजेपी के विधायकों को भी खरीदने की कोशिश की जा रही है.
बागी विधायकों ने मांगी जान की सुरक्षा
हरक सिंह रावत ने आरोप लगाया कि विधायकों को धमकाया जा रहा है और राज्य में खतरनाक माहौल बन गया है. उन्होंने सभी विधायकों की जान पर खतरा की बहात कहते हुए केंद्र सरकार से सुरक्षा की मांग की. उन्होंने उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है.