उत्तराखंड के टिहरी जिले में स्थित भारत-तिब्बत सीमा से सटे सीमांत गांव गंगी में प्रकृति ने एक बार फिर सफेद चादर बिछा दी है. लगातार हो रही बर्फबारी से गांव के खेत-खलिहान, घर और रास्ते बर्फ की आगोश में समा गए हैं. इस बर्फबारी से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं, क्योंकि इससे गर्मी के मौसम में पानी की कमी कुछ हद तक दूर होने की उम्मीद है.
बता दें, इस बार सर्दियों के मौसम में टिहरी जिले में अपेक्षाकृत कम बर्फबारी हुई थी. फरवरी में जिन पहाड़ियों पर बर्फ जमी रहती थी, वहां जंगलों में आग लग गई थी. अब मौसम ने करवट ली है और फिर से ऊंची पहाड़ियों पर बर्फबारी शुरू हो गई है.
टिहरी जिले में हुई बर्फबारी
इससे स्थानीय लोगों को राहत की उम्मीद जगी है, क्योंकि प्राकृतिक जल स्रोतों में पानी की उपलब्धता बढ़ सकती है. इसी बीच गंगी गांव के एक स्कूल से एक सुंदर नजारा सामने आया है, जहां बर्फबारी के बीच बच्चे पढ़ाई करते नजर आए. बाहर बर्फ गिर रही थी और अंदर बच्चे कक्षा में जुटे थे. यह नजारा इलाके में शिक्षा के प्रति बच्चों की लगन और जज्बे को दिखाता है.
बर्फबारी के चलते ठंड बढ़ी
बर्फबारी के चलते इलाके में ठंड काफी बढ़ गई है. निचले इलाकों में भी तापमान गिरने लगा है, जिससे लोग अलाव जलाकर ठंड से बचने की कोशिश कर रहे हैं. उत्तरकाशी में दूसरे दिन भी हल्की बारिश और बर्फबारी का सिलसिला जारी है. जिला मुख्यालय समेत सभी तहसील क्षेत्रों में जहां रूक-रूककर हल्की बारिश हो रही है.