उत्तराखंड के जंगलों में फैली आग को बुझाने के लिए अब हेलीकॉप्टर से पानी गिराया जाएगा. यह ऑपरेशन रविवार सुबह शुरू हो जाएगा. इसकी तैयारी शनिवार शाम से ही शुरू हो गई थी.
Nainital:Preparation underway to drop water from air to douse Uttarakhand forest fire, ops to begin tomorrow morning pic.twitter.com/L8cApFL0gz
— ANI (@ANI_news) April 30, 2016
मामले पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी उत्तराखंड के राज्यपाल केके पॉल से बातचीत की. साथ ही हरसंभव मदद का भरोसा दिया. राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर यह जानकारी दी.
उत्तराखंड के जंगलों में फैली आग को रोकने के लिए शनिवार को राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की तीन टीमों को भेजा गया है. आग से चमोली सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. आग सैकड़ों हेक्टेयर जंगली इलाके में फैल चुकी है.
The Centre is providing all necessary assistance to Uttarakhand state to control the forest fires and help in containing the damage.
— Rajnath Singh (@BJPRajnathSingh) April 30, 2016
Spoke to Uttarakhand Governor Shri KK Paul regarding the incidents of forest fires in the state. NDRF teams have already been sent
— Rajnath Singh (@BJPRajnathSingh) April 30, 2016
150 कर्मियों की एनडीआरएफ की तीन टीमों को उत्तराखंड के जंगलों में आग को नियंत्रित करने के लिए तैनात किया गया है. ऑपरेशन शुरू हो गया है. एनडीआरएफ की टीमें पानी के टैंकरों, अस्थायी पंप और चिकित्सा सेटअप से लैस हैं. दिल्ली से 2, जबकि देहरादून से 1 एनडीआरएफ की पहुंची है. आग से सैकड़ों गांव प्रभावित हुए हैं. आग ने फरवरी के बाद से 13 जिलों की 1900 हेक्टेयर भूमि को नष्ट कर दिया है.
कहां कितना नुकसान
शुष्क मौसम, उच्च तापमान, और हवा के कारण आग का प्रसार हो रहा है. आग से 10 जिले प्रभावित हुए हैं. आग की वजह से रुद्रप्रयाग के 82 गांव प्रभावित हैं. जंगल का करीब 70 हेक्टेयर इलाके में आग फैली है. जिससे यहां की 42 हजार की आबादी प्रभावित है. वहीं चमोली में भी जंगल की आग से करीब 200 गांव प्रभावित हैं. 200 हेक्टेयर जंगल का इलाका प्रभावित है. जबकि उत्तरकाशी में 72 गांव जंगल की आग से प्रभावित हैं. 42 हेक्टेयर जंगल आग की लपटों की चपेट में है. जबकि टिहरी के 35 गांव आग से प्रभावित हैं. जबकि पौड़ी इलाके में जंगल का 704 हेक्टेयर का इलाका आग की चपेट में है.