Uttarakhand New CM News: उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री का ऐलान हो गया है. बीजेपी विधायक पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के नए सीएम होंगे. वह अब आज शनिवार के बजाए कल रविवार को शपथ लेंगे. सूत्रों के मुताबिक धामी शनिवार को शपथ नहीं लेना चाहते हैं इसलिए शपथ ग्रहण कार्यक्रम कल तक के लिए टाल दिया गया है. हालांकि इस फैसले से पार्टी में नाराजगी भी दिखने लगी है.
इससे पहले बीजेपी विधायक दल की बैठक में पुष्कर सिंह धामी के नाम पर मुहर लगाई गई. फिर वह राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मिलने राजभवन पहुंचे और उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया. इस बीच सूत्र बताते हैं कि पुष्कर सिंह के मुख्यमंत्री बनाए से नाराज होकर सतपाल महाराज, हरक सिंह रावत और यशपाल आर्य विधायक दल की बैठक खत्म होते ही निकल गए.
तीरथ सिंह रावत के अचानक इस्तीफे के बाद उत्तराखंड में जारी सियासी हलचल के बीच धामी को आज शनिवार को नया सीएम बनाने पर सहमति बन गई. पुष्कर सिंह प्रदेश के 11वें मुख्यमंत्री होंगे और रविवार को शपथ ग्रहण करेंगे.
केंद्रीय पर्यवेक्षक और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि विधायक दल की बैठक के दौरान पुष्कर धामी को उत्तराखंड बीजेपी विधायक दल का नेता नियुक्त करने का निर्णय लिया गया. हम पार्टी के फैसले पर चर्चा करने के लिए राज्यपाल के पास गए. कल शपथ ग्रहण समारोह होगा.
कौन हैं पुष्कर सिंह धामी?
पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं. उन्हें आरएसएस का भी करीबी माना जाता है. पुष्कर धामी सीमांत विधानसभा क्षेत्र खटीमा से दो बार विधायक चुने गए हैं. वे राज्य के और मुख्यमंत्रियों के मुकाबले युवा हैं.
सीएम पद की रेस में थे इनके नाम..
बताया जा रहा था कि युवा पुष्कर धामी (खटीमा से बीजेपी MLA), डीडीहाट विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक और पूर्व में प्रदेश अध्यक्ष रहे बिशन सिंह चुफाल या फिर त्रिवेंद्र सिंह रावत में से कोई एक उत्तराखंड का नया सीएम हो सकता है. त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हाल ही में सीएम पद से इस्तीफा दिया था. लेकिन अंत में पुष्कर सिंह धामी का नाम सीएम पद के लिए फाइनल हुआ.
क्या बोले त्रिवेंद्र सिंह रावत?
इस बीच मीडिया ने जब त्रिवेंद्र रावत से पूछा कि उत्तराखंड CM की रेस में उनका नाम है, तो उन्होंने जवाब दिया- तो आपको बुरा क्यों लग रहा है...?
इससे पहले उत्तराखंड के पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अगर उन्होंने (तीरथ सिंह रावत) इस्तीफा नहीं दिया होता, तो इससे संवैधानिक संकट पैदा हो जाता. कुछ राज्यों में, कोविड के कारण उपचुनाव में देरी हुई. परिस्थितियों ने इस स्थिति को जन्म दिया है. आज की विधानसभा बैठक में नेता चुना जाएगा.
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बुलाई गई विधायक दल की बैठक
तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) के इस्तीफा देने के बाद अब Uttarakhand को नया सीएम मिल गया है. उत्तराखंड का अगला सीएम तय करने के लिए बीजेपी विधायक दल की बैठक पार्टी हेडक्वार्टर में हुई. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम की मौजूदगी पुष्कर सिंह धामी के नाम पर मुहर लग गई.
इन नामों की थी चर्चा..
नये सीएम की रेस में इससे पहले दो-तीन नाम थे. कहा गया कि राजपूत या फिर सिंह जाति से ही अगला सीएम होगा. ऐसे में सतपाल सिंह और धनसिंह रावत के नामों पर चर्चा होने लगी. हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब दोनों के नाम मुख्यमंत्री पद के लिए सामने आए हों. पहले भी इनके नामों की चर्चाएं होती रही हैं, लेकिन उस समय पार्टी आलाकमान ने दूसरों को मौका देना ठीक समझा. इस बार भी ऐसा ही हुआ है.
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तीरथ सिंह रावत की बात करें तो उनके इस्तीफे से जुड़ी खबरें तो काफी पहले ही जोर पकड़ने लगी थीं, राजनीतिक गलियारों में सुगबुगाहट थी कि उत्तराखंड में फिर सीएम परिवर्तन हो सकता है. लेकिन जैसे ही तीरथ सिंह की तरफ से जेपी नड्डा को इस्तीफे वाला पत्र भेजा गया, स्थिति साफ हो गई और तीरथ का जाना तय माना गया. आखिरकार देर रात तीरथ सिंह रावत ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया. उन्होंने इस्तीफा देने के बाद ज्यादा कुछ नहीं बोला. वे सिर्फ कहते सुनाई दिए कि संवैधानिक संकट खड़ा ना हो, इसलिए इस्तीफा दे दिया.