उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक डॉक्टर दंपती ने आर्थिक तंगी के चलते जहरीला इंजेक्शन लगाकर सुसाइड कर लिया. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए. मामले की जांच की जा रही है.
जानकारी के अनुसार, उधम सिंह नगर काशीपुर के श्री कृष्णा हॉस्पिटल में तैनात डॉ. इंद्रेश शर्मा की दो संतानें हैं. यहां वह अपनी पत्नी वर्षा शर्मा और 12 वर्षीय बेटे इशान के साथ रहते थे. उनकी पत्नी वर्षा कैंसर से पीड़ित हैं, उनका काफी समय से इलाज चल रहा है. कोरोना के बाद से डॉ. इंद्रेश ने आर्थिक तंगी के चलते अपने बेटे को पढ़ने के लिए स्कूल नहीं भेज सके थे. उनकी एक बेटी भी है, जिसकी शादी हो चुकी है.
बेटे ने देखा तो बिस्तर पर पड़े थे माता-पिता, पड़ोसियों को दी सूचना
सुबह 50 वर्षीय डॉ. इंद्रेश शर्मा व उनकी पत्नी वर्षा शर्मा के शव संदिग्ध अवस्था में बिस्तर पर मिले. पुलिस के अनुसार, सुबह जब काफी देर तक इंद्रेश और उनकी पत्नी नहीं उठे तो उनके बेटे ने कमरे में जाकर देखा. कमरे में दोनों मृत अवस्था में पड़े थे. बेटे इशान ने रोते हुए पड़ोसियों को जानकारी दी. इसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई. जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जायजा लिया. पुलिस ने दोनों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजे.
एसपी बोले- मौके से सिरिंज और सुसाइड नोट मिला है, की जा रही है जांच
एसपी अभय सिंह ने कहा कि घटनास्थल पर सिरिंज और सुसाइड नोट मिला है, जिसमें डॉक्टर ने सुसाइड किए जाने का जिक्र किया है. किसी को भी इसके लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया गया है. प्रथम दृष्ट्या यह आत्महत्या का मामला लग रहा है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
मृतक डॉक्टर चामुंडा मंदिर के पास स्थित एक हॉस्पिटल में कार्यरत थे. बताया जा रहा है कि उनकी पत्नी को असाध्य बीमारी थी, जिसके चलते वह संभवतः तनाव में थे. डॉक्टर की बेटी का विवाह जसपुर में हुआ है. माता पिता की मौत की जानकारी पाकर वह पहुंच गई.