उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में पुलिस की लापरवाही के चलते हुए युवक की जान पर बन आई. 28 जून की दोपहर में पैसों को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद हुआ था. इस दौरान दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई थी. पुलिस ने इस मामले में कोई एक्शन नहीं लिया था. 28 जून की ही शाम को एक पक्ष के व्यक्ति को दूसरे पक्ष के लोगों ने किडनैप कर लिया.
पूरी घटना घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई. पीड़ित को उधम सिंह नगर से यूपी के रामपुर जिले के मसवाती लाया गाया और उसे जमकर पीटा गया. पीड़ित किसी से पुलिस थाने पहुंचा. तब जाकर उसकी जान बची.
दरअसल, 28 जून को उधम सिंह नगर के बाजपुर में पुराने लेन-देन को दो पक्षों में काफी समय से विवाद चल रहा था. जिसके समाधान के लिए दोनों पक्षों के लोगों ने आपसी सहमति से बाजपुर के नगर पालिका पालिका कॉम्प्लेक्स में पंचायत रखी थी. दोनों पक्ष के लोग आपसी सहमति से मामले के समाधान के लिए अपनी अपनी बात रख रहे थे. यहां मसवाती से आए भाजपा नेता पूर्व चेयरमैन हरिओम मौर्य में गाली-गलौच शुरू कर दी. भाजपा नेता ने जूते से दूसरे पक्ष के व्यक्ति को मारने की कोशिश भी की थी. चेयरमैन ने पीड़ित दुकान स्वामी को थप्पड़ भी मारा था.
मारपीट करते हुए युवक की किडनैपिंग
विवाद के चलते दोनों पक्ष उधम सिंह नगर कोतवाली भी पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने राजनैतिक दबाव के चलते कोई एक्शन नहीं लिया. 28 जून की शाम को इस मामले में नया मोड़ आया. दूसरे पक्ष का युवक स्कूटी पर सवार होकर रास्ते में खड़ा हुआ था. तभी एक कार उसको जोरदार टक्कर मारती है. पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो जाती है.
मसवाती पुलिस ने नहीं लिखा सख्त एक्शन
टक्कर लगते ही युवक सड़क पर गिर जाता है. कार से कई सारे लोग उतरने हैं. उन्हें देखकर युवक भागता है. कार से उतरे लोग युवक को पकड़ लेते हैं. फिर कार में उसे डालकर किडनैप करने मासवाती ले जाते हैं. यहां युवक के साथ जमकर मारपीट की जाती है. पीड़ित किसी तरह स्थानीय चौकी मसवासी पहुंचा. तब जाकर युवक की जान बची.
मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है: उधम सिंह नगर पुलिस
मामले में बाजपुर थाने के सीओ भूपेंद्र सिंह भंडारी का कहना है कि दोनों पक्षों के बीच मामूली विवाद हुआ था. 29 जून को मामला दर्ज कर लिया गया था. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.