उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के 100 दिनों के कार्यकाल को लेकर शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (AAP) ने प्रदेश की सभी 70 विधानसभाओं में तीरथ सिंह रावत सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. इसी के तहत, देहरादून में आम आदमी पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने गांधी पार्क से लेकर घंटाघर तक सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रदर्शन करते हुए निकले.
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सरकार के 100 दिनों की विफलता पर जमकर नारेबाजी की. इस दौरान AAP कार्यकर्ताओं ने विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधकर सरकार के खिलाफ अपना विरोध जताया.
तीरथ सरकार के खिलाफ AAP का प्रदर्शन
AAP के प्रदेश उपाध्यक्ष के नेतृत्व में सभी आप पदाधिकारी और कार्यकर्ता गांधी पार्क के बाहर एकत्र हुए और वहां से सभी ने घंटाघर पहुंचकर मुख्यमंत्री के कार्यकाल और सरकार के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने स्व. इंद्रमणि बडोनी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और प्रदेश सरकार की सदबुद्वि के लिए प्रार्थना भी की.
AAP के प्रदेश उपाध्यक्ष विशाल चौधरी ने कहा, 'मुख्यमंत्री तीरथ रावत का 100 दिन का कार्यकाल बेहद निराशाजनक रहा. पहले के मुख्यमंत्री और मौजूदा मुख्यमंत्री दोनों के ही कार्यकाल में जनता ने खुद को ठगा महसूस किया.' उनके मुताबिक इस सरकार के कार्यकाल में एक भी काम नहीं हुआ और साथ ही अभी कुंभ में जो रैपिड टेस्टिंग घोटाला सामने आया उससे प्रदेश को शर्मसार होना पड़ा है.
उन्होंने कहा कि अब मुख्यमंत्री तीरथ पूर्व मुख्यमंत्री पर इस कोरोना टेस्टिंग का ठीकरा फोड़ रहे हैं. एक दूसरे पर आरोप मढ़ने से बीजेपी के पाप कम नहीं होने वाले. AAP उपाध्यक्ष ने कहा कि पहले बीजेपी ने जीरो वर्क सीएम प्रदेश को दिया, अब जीरो विजन सीएम देकर उत्तराखंड की जनता के साथ छलावा किया जिसका जवाब 2022 में जनता बीजेपी को देने का मन बना चुकी है.
पहाड़ी राज्य पर AAP की नजर
बता दें कि कई राज्यों की तरह उत्तराखंड भी अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. बीजेपी ने तो चुनाव से ठीक पहले तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बना अपनी रणनीति साफ कर दी है, कांग्रेस भी सत्ता वापसी के सपने भुना रही है. वहीं आम आदमी पार्टी इस बार राज्य में अपनी जोरदार दस्तक देना चाहती है. कोशिश की जा रही है कि दिल्ली के बाद इस पहाड़ी राज्य में धमक दिखाई जाए.