उत्तराखंड की केदारघाटी, हेमकुंड साहिब और बद्रीनाथ क्षेत्र से आज तकरीबन 900 तीर्थयात्रियों को हेलीकॉप्टरों के जरिए सुरक्षित निकाला गया. दरअसल, मानसून के पहली बारिश के दौरान रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों में आधा दर्जन सड़कें तथा पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं और हिमालय तीर्थ के लिए यात्रा आज लगातार दूसरे दिन भी बाधित रही.
स्थिति का जायजा लेने के लिए आज दिन में केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्रा करने के बाद अतिरिक्त मुख्य सचिव राकेश शर्मा ने बताया कि चमोली जिले की केदार घाटी, हेमकुंड साहिब और बदरीनाथ से कुल 900 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है. प्रभावित क्षेत्रों से वापस लौटने के बाद शर्मा ने कहा, केदारनाथ में कोई श्रद्धालु नहीं है, सभी को वापस सोनप्रयाग लाया गया है. मौसम ठीक होने पर वे दोबारा अपनी यात्रा शुरू कर सकते हैं.
उन्होंने बताया कि इसी प्रकार बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब में फंसे लोगों को नीचे जोशीमठ और घनघरिया लाया गया है. उन्होंने कहा कि बदरीनाथ और सिख तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब जाने के रास्ते में फंसे लोगों को वापस लाने के लिए हेलीकॉप्टर कल फिर उड़ान भरेंगे. चमोली जिले के जिलाधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि लोगों को बाहर निकाले जाने के बावजूद बद्रीनाथ और हेमकुंड साहिब जाने के विभिन्न रास्तों में अभी भी करीब 9,000 श्रद्धालु फंसे हुए हैं.
इनपुट: भाषा