गुजरात के मोरबी पुल हादसे के बाद उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के सभी पुलों की जांच के आदेश दिए थे. इसके बाद लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने 9 नवंबर को पुलों की सेफ्टी का ऑडिट कराया. जांच रिपोर्ट चौंकाने वाली मिली है. ऑडिट में 36 पुलों को पूरी तरह असुरक्षित पाया गया है.
जानकारी के मुताबिक लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंताओं की ओर से दी गई रिपोर्ट के अनुसार कुमाऊं में 20 और पौड़ी में 16 पुल असुरक्षित हैं. इसके अलावा पिथौरागढ़ में एक, यूएसनगर में पांच, देहरादून में एक, हरिद्वार में तीन, टिहरी में आठ, चमोली में एक और रुद्रप्रयाग में एक पुल यातायात के लिए असुरक्षित हैं. इन सभी पुलों को प्रतिबंधित कर दिया गया है. जानकारी के मुताबिक राज्य में कुल 3262 पुलों में से अभी तक 2518 पुलों की जांच की जा चुकी है.
3 नवंबर को सीएम के निर्देश पर राज्य के पांच क्षेत्रों में सुरक्षा ऑडिट करवाया गया था. अधिकारियों से तीन हफ्ते के भीतर ऑडिट रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया गया था.
विश्व बैंक, एडीबी की मदद से बनेंगे पुल
लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव कहा कि राज्य में क्षतिग्रस्त और खतरनाक पुलों को एडीबी, विश्व बैंक के साथ ही कई अन्य वित्त पोषित योजनाओं से तैयार कराने की योजना बनाई गई है. रिपोर्ट आने के बाद आरके सुधांशु ने असुरक्षित पुलों पर तत्काल यातायात रोकने के निर्देश लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता को दिए हैं. अगले कुछ सालों में इन पुलों को तैयार कर दिया जाएगा.
जुलाई में गिर गया पुल का हिस्सा
उत्तराखंड के बद्रीनाथ हाईवे पर नरकोटा के पास इस साल जुलाई में निर्माणाधीन पुल का पुस्ता ढह गया था. इसके मलबे में 9 लोग दब गए थे. इस हादसे का एक वीडियो भी सामने आया था. इस वीडियो में पुल के निर्माण कार्य में लगे एक मजदूर को रोता हुए देखा गया. वह मोबाइल फोन पर किसी से बात करते हुए रो रहा है. इस दौरान जब उससे कोई पूछता है कि क्या आपके किसी साथी को चोट आई है तो वो और तेजी से रोने लगता है.