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उत्तराखंड: सियासी जमीन मजबूत करने में जुटी BJP, बीएल संतोष ने दिया मंत्र

बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री संगठन बीएल संतोष गुरुवार को देहरादून पहुंचे, जहां उन्होंने पार्टी मुख्यालय में प्रदेश संगठन के सातों मोर्चों की बैठक के साथ ही कोर ग्रुप की बैठक ली. माना जा रहा है कि बीजेपी 2022 की तैयारी की रणनीति बनाने में अभी से जुट गई है. 

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सीएम तीरथ सिंह रावत और बीएल संतोष
सीएम तीरथ सिंह रावत और बीएल संतोष
स्टोरी हाइलाइट्स
  • उत्तराखंड चुनाव तैयारी में जुटी बीजेपी
  • अगले साल उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव
  • बीएल संतोष और पार्टी के कोर ग्रुप की बैठक

उत्तराखंड में अगले साल शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी ने नेतृत्व परिवर्तन कर अपनी चुनावी रणनीति को अमलीजामा पहनाने की कोशिश की थी. वहीं, अब बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री संगठन बीएल संतोष गुरुवार को देहरादून पहुंचे, जहां उन्होंने पार्टी मुख्यालय में प्रदेश संगठन के सातों मोर्चों की बैठक के साथ ही कोर ग्रुप की बैठक ली. माना जा रहा है कि बीजेपी 2022 की तैयारी की रणनीति बनाने में अभी से जुट गई है. 

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उत्तराखंड में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होता रहा है, लेकिन इस बार आम आम आदमी पार्टी भी राज्य में किस्मत आजमाने के मूड में है. ऐसे में त्रिकोणीय मुकाबले को देखते हुए बीजेपी चुनावी रणनीति बनाने की कवायद शुरू कर दी है, क्योंकि उत्तराखंड में हर पांच साल के बाद सत्ता बदलती रही है. इसीलिए बीजेपी इस परंपरा को तोड़ने के लिए अभी से ही जमीन पर उतरकर माहौल अपने पक्ष में बनाए रखना चाहती है. 

बीएल संतोष ने गुरुवार को उत्तराखंड में कोरोना से बचाव और रोकथाम को लेकर सेवा ही संगठन के तहत किए जा रहे कार्यों का फीड बैक लिया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए. उन्होंने जिला स्तर पर कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण और अध्ययन पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि किसान मोर्चा प्रदेश में खेती बागवानी को लेकर किए गए अध्ययन के आधार पर सरकार को सुझाव दे सकता है. सरकार भौगोलिक स्थिति के अनुरूप इन सुझावों पर काम कर सकती है. उन्होंने सभी मोर्चों के अध्यक्षों को बूथ स्तर तक संवाद बढ़ाने को भी कहा. 

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बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने मोदी सरकार के सात साल पूरे होने के लिए सभी मोर्चों को सेवा कार्यों के लिए अलग-अलग लक्ष्य दिए.  इसमें युवा मोर्चे को 2000 यूनिट रक्त और शेष छह मोर्चों को कुल मिलाकर 2000 यूनिट रक्त एकत्र करने का लक्ष्य दिया गया. उन्होंने युवा मोर्चे को एक से 12 जून तक प्रदेश भर में मेरा गांव कोरोना मुक्त, मेरा बूथ कोरोना मुक्त अभियान चलाने का दिशा निर्देश दिया. 

उन्होंने प्रदेश के सभी को बूथ व मंडल स्तर पर बिना कार्य के भी सेवा भाव से निरंतर संवाद रखने को निर्देशित किया. टोली बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि कोरोना काल में घर वापस लौटे प्रवासियों को किस तरह यहीं रुकने के लिए प्रेरित किया जा सकता है. इसके लिए गंभीरता से योजना बनाने पर चर्चा हुई. यह भी निर्णय लिया गया कि कोरोना की समाप्ति तक भाजपा संगठन द्वारा चलाए जा रहे सेवा कार्य निरंतर जारी रहेंगे. 

गुरुवार शाम को आयोजित कोर ग्रुप की बैठक में कोरोना को नियंत्रित करने के प्रयासों को लेकर चर्चा की गई. इस दौरान प्रदेश सरकार द्वारा जनता को अधिक से अधिक राहत देने और संसाधनों की वृद्धि किए जाने पर जोर दिया गया. बैठक में कोरोना की तीसरी लहर का सामना करने के लिए की जा रही तैयारियों पर भी चर्चा की गई. इतना संगठन महामंत्री ने पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर प्रदेश की जमीनी हालात का फीड बैक लिया. 

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प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि कोरोना की गाइडलाइन को देखते हुए 30 मई को आयोजित होने वाले गांव में सेवा अभियान में मुख्यमंत्री व मंत्री सीधे शिरकत नहीं करेंगे. वे वर्चुअल माध्यम से दो गांवों के सेवा कार्य में भाग लेंगे. गांव में सेवा अभियान को लेकर प्रदेश महामंत्री सुरेश भट्ट को प्रभारी बनाया गया है. वह यह तय करेंगे कि सांसद, विधायक और पार्टी पदाधिकारी किस गांव में जाएंगे. एक तरह से साफ है कि पार्टी अपने नेताओं को मोदी सरकार के वर्षगांठ पर जमीन पर उतारकर सियासी माहौल को अभी से अपने पक्ष में करने की कवायद है. 

 

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