उत्तराखंड में UKPSC और UKSSC परीक्षा आयोगों में सुधार की मांग को लेकर प्रदर्शन जारी है. देहरादून के शहीद स्मारक में धरने पर बैठे बेरोजगार आंदोलनकारियों को उठाने के लिए जिला प्रशासन लगातार अपील कर रहा है, लेकिन आंदोलनकारी युवा शहीद स्मारक से उठने को राजी नहीं हैं.
रविवार देर रात एसडीएम देहरादून दुर्गापाल ने आंदोलनकारी छात्रों को मनाने की कोशिश की. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह स्थान आंदोलन के लिए नहीं है, ऐसे में सभी आंदोलनकारी युवाओं से अपील है कि वह जल्द से जल्द शहीद स्मारक को खाली कर दें. उन्होंने कहा कि प्रशासन की तरफ से 3 वैकल्पिक स्थान दिए जाएंगे. अगर आंदोलनकारी चाहें तो वहां आंदोलन कर सकते हैं.
प्रशासन की सलाह न मानने पर धारा 144 का उल्लंघन होगा, जिसके बाद जिला प्रशासन की ओर से सख्त कार्रवाई की जाएगी. नियमों का उल्लंघन करने पर हर एक प्रदर्शनकारी पर मुकदमे दर्ज किए जाएंगे. जिससे कि आगे कई युवाओं का भविष्य बर्बाद हो सकता है. उन्होंने जल्द से जल्द शहीद स्मारक को खाली करने की अपील की है. उन्होंने पूछा है कि अगर युवाओं पर केस दर्ज हो गया तो उन्हें नौकरी कहां मिलेगी.
क्या है पूरा मामला?
उत्तराखंड बेरोजगार संघ का आरोप है कि लोक सेवा चयन आयोग और अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित सभी परीक्षाओं में जमकर धांधली हो रही है. धांधली की वजह से सरकारी नौकरी की भर्ती परीक्षाएं निरस्त हो रही हैं. पुलिस, पटवारी, वन क्षेत्राधिकारी, आरओ, एआरओ, पीसीएस जे, प्रवक्ता एई, लोअर पीसीएस, अपर पीसीएस, जेई की परीक्षाएं दे चुके युवा अभी भी बेरोजगार घूम रहे हैं. ऐसे में आयोगों और परीक्षा नियंत्रकों पर भी सख्त कार्रवाई की जाए.
उत्तराखंड बेरोजगार संघ आयोग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की जज की निगरानी में CBI जांच की मांग कर रहा है. UKPSC और UKSSC परीक्षा आयोगों में सुधार की मांग को लेकर यूकेएसएससी के अभ्यर्थी देहरादून के गांधी पार्क में बेरोजगार संघ के साथ आंदोलन कर रहे थे. इस प्रदर्शन के दौरान बेरोजगार संघ और उम्मीदवारों की पुलिस के साथ तीखी बहस हुई, जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को बलपूर्वक वहां से हटाने की कोशिश की. एग्जाम पेपर लीक व्हिसल ब्लोअर और बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और बॉबी को हिरासत में भी ले लिया.