मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को उत्तराखंड में पुलिस आई एप लांच किया. इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे हमारी पुलिसिंग मजबूत होगी और बढ़ रहे सड़क हादसों पर लगाम लगाई जा सकेगी.
मुख्यमंत्री ने बढ़ते सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए जनता की सहभागिता को जरूरी बताया और ट्रैफिक पुलिस की 11 नई इंटरसेप्टर कार और 7 ट्रैफिक क्रेन को हरी झंडी दिखाई. उन्होंने देहरादून पुलिस को 20 नए वाहन देने की घोषणा की. मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग को 12 सौ चालान मशीनें सौंपी. मुख्यमंत्री ने सड़क सुरक्षा जागरुकता कार्यक्रम की भी शुरुआत की.
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इस अवसर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनिल रतूड़ी ने कहा कि पुलिस के इस कदम से ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर लगाम लग सकेगी. उन्होंने कहा कि इससे कोई भी नागरिक किसी भी तरह से ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर फोटो और वीडियो अपलोड कर सकता है. डीजीपी ने कहा कि इसके बाद पुलिस संबंधित व्यक्ति को ऑनलाइन चालान भेज सकेगी.
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उन्होंने कहा कि आमजन के सहयोग से न केवल पुलिस को आसानी होगी, बल्कि पुलिस की ओर से भी अगर कुछ गलत किया जाता है तो वह भी उच्च अधिकारियों तक पहुंच सकेगा. गौरतलब है कि उत्तराखंड में ट्रैफिक सिस्टम सुधारने के प्रयास विफल होते रहे हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि ऑनलाइन सिस्टम लागू होने से ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार होगा और इस पर्वतीय राज्य में सड़क हादसों में भी कमी आ सकेगी. बता दें कि प्रदेश में ई-चालान की शुरुआत राजधानी देहरादून से की गई थी.