शुक्रवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कोरोना संक्रमित पाए गए. इस बात की जानकारी देते हुए उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि 'आज मैंने कोरोना टेस्ट करवाया था और रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. मेरी तबीयत ठीक है और लक्षण भी नहीं हैं. अतः डॉक्टर्स की सलाह पर मैं होम आइसोलेशन में रहूंगा. मेरा सभी से अनुरोध है, कि जो भी लोग गत कुछ दिनों में मेरे संपर्क में आए हैं, कृपया स्वयं को आइसोलेट कर अपनी जांच करवाएं.'
यहां आपको बता दें कि सक्रिय राजनीति में आने से पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत आरएसएस में 9 साल तक प्रचारक रहे हैं. देहरादून में संघ प्रचारक की भूमिका निभाने के बाद आरएसएस ने त्रिवेन्द्र सिंह सिंह रावत को मेरठ का जिला प्रचारक बनाया गया. जहां उनके काम से संघ इतना प्रभावित हुआ कि उत्तराखंड बनने के बाद साल 2002 में बीजेपी के टिकट पर कांग्रेस के विरेंद्र मोहन उनियाल के खिलाफ चुनाव मैदान में उतार दिया. जिसमें रावत ने जीत हासिल की.
आज मैंने कोरोना टेस्ट करवाया था और रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मेरी तबीयत ठीक है और symptoms भी नहीं हैं।अतः डॉक्टर्स की सलाह पर मैं होम आइसोलेशन में रहूँगा। मेरा सभी से अनुरोध है, कि जो भी लोग गत कुछ दिनों में मेरे संपर्क में आयें हैं, कृपया स्वयं को आइसोलेट कर अपनी जाँच करवाएं।
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) December 18, 2020
2007 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से बीजेपी ने रावत पर भरोसा जताया और वे राज्य विधानसभा पहुंचने में सफल हुए. राज्य के 9वें मुख्यमंत्री बनने से पहले वे राज्य में कृषि मंत्री भी रहे हैं. त्रिवेंद्र सिंह रावत को बीजेपी की शीर्ष जोड़ी यानी मोदी और अमित शाह दोनों का ही करीबी माना जाता है.