उत्तराखंड में मॉनसून की चलते भारी बारिश का खतरा बना हुआ है. मौसम विभाग ने 24 से 48 घंटे में भारी से भारी बारिश की चेतावनी दी है. इस अलर्ट के बाद शासन-प्रशासन पूरी तरह चौकन्ना नजर आ रहा है.
मौसम विभाग का दावा है कि किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए सारी पूरी की जा चुकी हैं. भारी बारिश के अलर्ट के बाद आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलों के लिए गाइडलाइन भी जारी की है. जिससे यात्रियों और स्थानीय निवासियों को किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े.
इससे पहले देश के कई हिस्सों में मॉनसून तबाही मचा चुका है, ऐसे में उत्तराखंड जैसे आपदा प्रदेश को इससे सतर्क रहने की सबसे ज्यादा जरूरत है. अमूमन मॉनसून जून के आखरी सप्ताह तक उत्तराखंड में दस्तक दे देता था, लेकिन इस बार यह काफी लेट यहां पहुंचा है. ऐसे में इसके और तीव्र होने की आशंका जताई जा रही थी, जिसकी पुष्टि मौसम विभाग के एक हप्ते भारी बारिश की चेतावनी से हो गई है.
मौसम विभाग के मुताबिक अब मॉनसून पूरी तरह से प्रदेश में आ चुका है और एक सप्ताह यहां पर रुक सकता है जिससे अच्छी बारिश यहां पर देखने को मिलेगी. सबसे ज्यादा बारिश मैदानी इलाकों या उनसे लगे जनपदों में होने की संभावना है, जिसमें राजधानी देहरादून समेत टिहरी, नैनीताल, चंपावत के साथ साथ हरिद्वार और उधमसिंह नगर में सबसे ज्यादा बारिश हो सकती है.
मौसम विभाग का कहना है कि जो लोग वाहनों से सफर करते हैं वो कच्चे रास्तों का इस्तेमाल करने से बचें, क्योंकि ज्यादा बारिश में दलदल और धंसने की क्रिया होती है, ऐसे में उनमें सफर करना महंगा पड़ सकता है.