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उत्तराखंड में राहतकर्मियों की मौसम से जंग, फंसे 22 हजार लोगों को बचाने की चुनौती

तबाही से कराह रहे उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में अभी भी 22 हजार लोग फंसे हुए हैं. लेकिन, कुदरत की तबाही से जूझ रहे लोगों के लिए एक बुरी खबर है. यहां बारिश शुरू हो गई है.

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तबाही से कराह रहे उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में अभी भी 22 हजार लोग फंसे हुए हैं. लेकिन, कुदरत की तबाही से जूझ रहे लोगों के लिए एक बुरी खबर है. यहां बारिश शुरू हो गई है.

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गुप्तकाशी, रुद्रप्रयाग में भारी बारिश हो रही है तो अगस्त्यमुनि और फाटा में भी बादलों का बरसना जारी है. इन्हीं जगहों से हेलीकॉप्टर उड़ान भरते थे. चमोली और उत्तरकाशी में भी बारिश शुरू होने की आशंका है. बारिश की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन फिलहाल रोक दिया गया है. उधर देहरादून से भी खबर है कि वहां से भी हेलीकॉटर उड़ान नहीं भर रहे हैं. सेना मौसम साफ होने का इंतजार कर रही है.

गौरतलब है कि मौसम विभाग ने पहले ही बारिश की चेतावनी दे दी थी. इसलिए पिछले दो दिनों से यहां सेना के समक्ष विषम परिस्थितियों के बीच तमाम इलाकों में फंसे लोगों को बचाने की चुनौती है. अब तक 82,000 हजार लोग बचा लिए हैं.

मृतकों की तादाद पहुंची 680
राहतकर्मियों को उत्तराखंड की विनाशलीला का सबसे ज्यादा असर झेलने वाले केदारनाथ मंदिर परिसर से 123 शव मिले, जिसे मिलाकर इस पर्वतीय हादसे में मरने वालों की तादाद बढ़कर 680 हो गई. मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने बताया, ‘केदारनाथ को अब तीर्थयात्रियों से पूरी तरह से खाली करा लिया गया है और अब बद्रीनाथ से तीर्थयात्रियों को निकाला जाएगा. जहां तकरीबन 8,000 लोग फंसे हुए हैं.’

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1000 का आंकड़ा छू सकती है मृतकों की संख्‍या
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने कहा है कि मरने वालों संख्या एक हजार का आंकड़ा छू सकती है. उन्होंने कहा, 'अंतिम मृतक संख्या तभी मिल सकेगी जब मलबा साफ होगा, जिसके नीचे कई शव दबे हो सकते हैं. बहुगुणा ने राहत और बचाव कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि लोक निर्माण विभाग ने 529 टूटी सड़कों की मरम्मत कर दी है, जिसकी वजह से फंसे हुए तीर्थयात्रियों को फाटा और गुप्तकाशी इलाकों से हरिद्वार लाया जा सका. उन्होंने कहा कि बाकी जगहों पर भी सड़क संपर्क बहाल होने से फंसे हुए तीर्थयात्रियों को निकालने के काम में तेजी आएगी.

उत्तराखंड की आपदा में फंसे लोगों की मदद के‍ लिए हेल्‍पालाइन नंबर इस प्रकार हैं:
पिथौरागढ़: 05964-228050, 226326
अल्‍मोड़ा: 05962- 237874
नैनीताल: 05942- 231179
चमोली: 01372- 251437, 251077
रुद्रप्रयाग: 01364- 233727
उत्तरकाशी: 01374- 226461
देहरादून: 0135- 2726066
हरिद्वार: 01334- 223999
टिहरी गढ़वाल: 01376- 233433
बागेश्‍वर: 05963- 220197
चम्‍पावत: 05965- 230703
पौड़ी गढ़वाल: 01368- 221840
उधम सिंह नगर: 05944- 250719, 250823

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