देश के कई राज्य बाढ़ की चपेट में हैं. उत्तराखंड में बाढ़ से भारी तबाही मची है. उत्तरकाशी जिले में बाढ़ प्रभावित अरकोट में राहत बचाव कार्य जारी है. यहां हेलीकॉप्टर से बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजन और राहत सामग्री भेजी जा रही है. बता दें कि सिर्फ 18 दिनों में पूरे देश में 1,204 बार मूसलाधार बारिश की घटनाएं रिकॉर्ड की गई हैं. यह 2018 अगस्त के आंकड़ों से दोगुना है.
उत्तराखंड में भारी बारिश के बीच पारंपरिक लिपुलेख मार्ग पर कैलाश मानसरोवर यात्रा रोक दी गई है. यात्रा के लिए सोमवार को 18वें जत्थे को नई दिल्ली से रवाना होना था. 18 अगस्त को उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना हुई, जिसमें 17 लोगों की मौत हो गई थी.
Uttarakhand: Food, water and other relief material being sent on two helicopters, to flood affected Arakot in Uttarkashi district, from Sahastradhara helipad in Dehradun. pic.twitter.com/zW6AjJgpFH
— ANI (@ANI) August 21, 2019
इस सप्ताह उत्तर भारत के राज्यों जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान में 24 अगस्त तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है. उत्तराखंड में रुक-रुक कर मध्यम बारिश जारी रहने के आसार हैं. राज्य में एक दो बार भारी वर्षा भी हो सकती है. इस कारण भूस्खलन की आशंका और अचानक बाढ़ की संभावना बनी रहेगी.
देश के 9 राज्यों में भारी बारिश से तबाही का आलम है. हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में हालात बेहद बुरे हैं. बाढ़, बारिश और भूस्खलन से अब तक 1000 लोगों की मौत हो चुकी है. सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम राहत और बचाव कार्य में दिन-रात लगी हुई है.