उत्तराखंड के ऋषिकेश में प्रशासन ने लक्ष्मण झूला पर अस्थायी रूप से आवाजाही रोक दी है. दरअसल, राज्य में लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. लक्ष्मण झूला कई साल पुराना है. एहतिहात के तौर पर प्रशासन ने इस पर आवाजाही को रोकने का फैसला किया.
उत्तराखंड में मॉनसून की बारिश के बाद भूस्खलन की वजह से केदारनाथ हाईवे भी प्रभावित हुआ है. गुरुवार को केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर लिंचोली के पास गुरुवार को पहाड़ी से मलबा गिरा गया, इस हादसे में 8 लोग घायल हो गए थे.
Rishikesh: Administration today ordered to temporarily stop public movement on 'Lakshman Jhula', citing its dilapidated condition. #Uttarakhand pic.twitter.com/xLVho5KDPp
— ANI (@ANI) July 12, 2019
गुरुवार को पिथौरागढ़ और घाट के बीच एनएच 9 को 72 घंटों के लिए बंद कर दिया गया था. प्रशासन का कहना था कि 171 किमी सड़क संकरी हो गई है जो जोखिम भरी है. कोई बड़ा हादसा न हो, इसलिए सड़क को बंद कर दिया गया है. रास्ते को सही करने का काम जारी है.
वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि लक्ष्मण झूला अब और ज्यादा भार सहन नहीं कर सकता, क्योंकि पुल के ज्यादातर हिस्से बहुत कमजोर हो गए हैं या गिरने की स्थिति में पहुंच गए हैं. इसकी वजह से पुल का एक हिस्सा झुका हुआ सा महसूस होता है. ये पुल करीब सौ साल पुराना हो चुका है और अब इस पुल को लोगों की आवाजाही समेत सभी तरह के यातायात के लिए बंद कर दिया गया है.