उत्तराखंड में कांग्रेस फ्लोर टेस्ट में ताकत दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती, यही वजह है कि विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोप में घिरे हरीश रावत सोमवार को सीबीआई पूछताछ के लिए दिल्ली नहीं पहुंचे. उन्हें जिस फ्लाइट से आना था वह उसमें सवार नहीं हुए.
बताया जा रहा है कि रावत को सुबह 7 बजकर 40 मिनट पर जेट फ्लाइट से दिल्ली रवाना होना था लेकिन वह नहीं आए. कांग्रेस नेता इंदिरा हृदयेश ने रविवार को ही इस बात के संकेत दिए थे.
कांग्रेस नेता ने बताई वजह
पूर्व संसदीय कार्य मंत्री और कांग्रेस नेता इंदिरा हृदयेश ने कहा, 'कल हरीश जी को फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित करना है. उन्हें सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करना है. फ्लोर टेस्ट से पहले विधायकों से बातचीत करना और उन्हें पूरा प्रॉसेस समझाना भी काफी अहम काम है. वह दिल्ली जाने की स्थिति में नहीं थे.'
सुप्रीम कोर्ट ने दिया था आदेश
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने छह मई को मामले की सुनवाई करते हुए उत्तराखंड में फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया था. कोर्ट के आदेश के मुताबिक, 10 मई को सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर एक बजे तक फ्लोर टेस्ट कराया जाएगा. इस दौरान 2 घंटे के लिए राष्ट्रपति शासन को हटा लिया जाएगा. सुप्रीम कोर्ट ने इसके लिए प्रिंसिपल सेक्रेटरी (लेजिस्लेचर) को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. फ्लोर टेस्ट के रिजल्ट की घोषणा स्वयं सुप्रीम कोर्ट करेगा. फ्लोर टेस्ट के दौरान पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाएगी.
बागी विधायकों को झटका
सुप्रीम कोर्ट से कांग्रेस के 9 बागी विधायकों को झटका मिला है. बागी विधायक 10 मई को होने वाले फ्लोर टेस्ट में मतदान नहीं कर सकेंगे. कोर्ट ने कहा कि बागी विधायकों के मामले में स्पीकर कै फैसला चाहे जो हो लेकिन फिलहाल वह वोटिंग में हिस्सा नहीं ले पाएंगे.
सामने आया एक और स्टिंग
फ्लोर टेस्ट से ठीक दो दिन पहले एक नए स्टिंग ऑपरेशन ने हरीश रावत और कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं. स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो में कांग्रेस सांसद मदन सिंह बिष्ट दावा कर रहे हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने 12 विधायकों को 25-25 लाख रुपये दिए हैं. हालांकि दिलचस्प बात ये है कि वीडियो सामने आने से कुछ ही देर पहले बिष्ट ने पुलिस को दी गई एक लिखित शिकायत में आरोप लगाया कि 10 मई को होने वाले फ्लोर टेस्ट में बीजेपी और कांग्रेस से बागी विधायक हरक सिंह रावत दोनों ने कांग्रेस के खिलाफ वोट करने का दबाव बना रहे हैं.