उत्तराखंड में 11 दिसम्बर से भारी बर्फबारी लगातार जारी है. इसके चलते ठंड ने जबरदस्त दस्तक दी है. केदारनाथ धाम में 3 फुट से ज्यादा बर्फबारी हो चुकी है और अभी भी लगातार जारी है. बद्रीनाथ धाम में 2 फुट बर्फबारी अब तक हो चुकी है. सभी आने-जाने वाले रास्ते बंद हो गए हैं.
काम हुआ ठप्प
लगातार हो रही बर्फबारी के कारण पुनर्निर्माण का काम भी ठप्प हो गया है. यहां सड़कों को चौड़ी करने का काम चल रहा है, लेकिन बर्फबारी से काम पर ब्रेक लग गया.
मंदिर हुआ बर्फिस्तान
बद्रीनाथ धाम का को नजारा ही बदल गया. मुख्य मंदिर तो मानो बर्फिस्तान पर खड़ा दिख रहा है. बर्फबारी के बाद खिली धूप में भगवान विष्णु का धाम अलग ही छठा बिखेर रहा है. यहां करीब 1 फीट बर्फ जमा है. हर तरफ बर्फ ही बर्फ दिख रहा है. अब करीब 6 महीने तक यहां ऐसा ही नजारा दिखेगा. राजधानी देहरादून भी कांप रहा है. यहां भी तापमान में अचानक से गिरावट आई है.
बर्फबारी से बढ़ी ठिठुरन
वहीं बर्फबारी से गंगोत्री घाटी पूरी तरह से शीतलहर के आग़ोश में समा चुकी है. मंदिर के चारों ओर बर्फ का दीदार हो रहा है. उत्तरकाशी से मंदिर को जाने वाला गंगोत्री राजमार्ग भी बर्फ से ढका हुआ है. बारिश और बर्फबारी के कारण पूरा इलाका ठंड से ठिठुर रहा है.
बर्फबारी से रास्ते बंद
पिथौरागढ़ के ऊचाई वाले इलाकों में बीती रात से ही बर्फबारी हो रही है बर्फबारी से धारचूला और मुनस्यारी मार्ग बंद हो गए. थल-मुनस्यारी मार्ग में कालामुनि के पास भारी बर्फबारी से बंद मार्गों को खोलने के लिए स्नो कटर लगाए गए हैं. सीजन की पहली भारी बर्फबारी के कारण पंचाचूली, राजरंभा और हंसलिंग चोटियां पूरी तरह से सफेद चादर में लिपट गईं हैं.