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परिजनों का आरोप- डॉक्टर कर रहे वसूली, बोले-'पहले 1 लाख रुपये जमा करो फिर मिलेगा शव'

मृतक के परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि जसवंत सिंह की मृत्यु होने के बाद भी चिकित्सकों ने उसके शव को परिजनों को नहीं सौंपा और एक लाख रुपये जमा करने के बाद शव ले जाने की बात कही. साथ ही मृतक के परिजनों ने कहा कि जसवंत सिंह का इलाज करने से पूर्व चिकित्सकों ने उनसे एक कागज पर साइन करवाया था. जिसके बाद चिकित्सकों ने इलाज के नाम पर चार लाख रुपये भी वसूले थे.

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परिजनों का आरोप- डॉक्टर कर रहे वसूली, शव देने के लिए मांग रहे 1 लाख रुपये.
परिजनों का आरोप- डॉक्टर कर रहे वसूली, शव देने के लिए मांग रहे 1 लाख रुपये.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 11 दिन पहले शख्स हुआ था सड़क हादसे में घायल
  • 'चिकित्सकों ने इलाज के नाम पर 4 लाख रुपये भी वसूले'
  • परिजनों ने लगाया अस्पताल पर लापरवाही बरतने का आरोप

उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में निजी हॉस्पिटल का एक ऐसा कारनामा सामने आया जिसे सुनकर सभी हैरान रह गए. आरोप है कि इस निजी हॉस्पिटल में मुर्दे की बोली लगाई गई. आपने फिल्मी दुनिया में देखा होगा कि निजी अस्पताल में किसी व्यक्ति की मृत्यु होने के बाद उसके परिवार वालों को उसका शव देने से पहले पैसे वसूले जाते हैं और पैसे न मिलने पर शव न देने की बात कहते हैं. ऐसा ही इंसानियत को तार-तार करने वाला मामला काशीपुर में सामने आया है. जहां उजाला हॉस्पिटल के अस्पताल प्रबंधन ने मृत व्यक्ति के शव को देने से मना कर दिया. हॉस्पिटल ने परिजनों को पहले एक लाख रुपये जमा करके शव ले जाने के लिए कह दिया.

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दरअसल, 11 दिन पहले जसवंत सिंह नाम का शख्स एक सड़क हादसे में घायल हो गया था. वह ग्राम कुंडेश्वरी के रहने वाले थे. हादसे के बाद जसवंत को काशीपुर के मानपुर रोड स्थित उजाला हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. जहां चिकित्सक घायल के परिजनों को लगातार उसके जल्द ठीक होने का आश्वासन देते रहे और परिजनों से पैसा वसूलते रहे.

इसके बाद भी जसवंत सिंह की मौत हो गई. वहीं, जसवंत सिंह के परिजनों ने उजाला अस्पताल पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कोतवाली में तहरीर दी है. मृतक के परिजनों ने कहा कि जसवंत सिंह का इलाज करने से पूर्व चिकित्सकों ने उनसे एक कागज पर साइन करवाया था. जिसके बाद चिकित्सकों ने इलाज के नाम पर चार लाख रुपये भी वसूले थे.

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मृतक के परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि जसवंत सिंह की मृत्यु होने के बाद भी चिकित्सकों ने उसके शव को परिजनों को नहीं सौंपा और एक लाख रुपये जमा करने के बाद शव ले जाने की बात कही. वहीं, घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

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सीओ मनोज ठाकुर का कहना है कि पुलिस को उजाला हॉस्पिटल के खिलाफ शिकायती पत्र प्राप्त हुआ है जिसमें मृत व्यक्ति के परिजनों ने अस्पताल के खिलाफ लापरवाही बरतने और शव देने से पहले 1 लाख रुपये जमा करने की बात कही है. जिसकी जांच कर उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.

 

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