scorecardresearch
 

उत्तराखंड के युवक को तमिलनाडु में जलाने की कोशिश, सड़क पर हाथ बांधकर फेंका

उत्तराखंड के एक युवक को तमिलनाडु में किसी अज्ञात द्वारा जलाने की कोशिश की गई. मामले में आजतक ने पीड़ित परिवार से बातचीत की. परिवार ने गुहार लगाई है कि उनके बच्चे को बेहतर इलाज के लिए तुरंत वापस लाया जाए.

Advertisement
X
रितेश सेमवाल उत्तराखंड से तमिलनाडु गया था
रितेश सेमवाल उत्तराखंड से तमिलनाडु गया था

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के एक युवक के साथ तमिलनाडु में दिल दहला देने वाली वारदात को अंजाम दिया गया है. युवक को किसी अज्ञात द्वारा जलाने की कोशिश की गई है, जिससे वह करीब 40 फीसदी तक झुलस गया है. फिलहाल युवक का तमिलनाडु के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है. परिजन वहां संपर्क कर रहे हैं, लेकिन वह कुछ बोलने की स्थिति में नहीं है.  जानकारी के अनुसार, रितेश सेमवाल (20 वर्ष) पुत्र राम प्रसाद सेमवाल, कंडाऊं गांव, विकासखंड नौगांव, जिला उत्तरकाशी, इस माह की पांच तारीख को घर से बिना बताए कहीं चला गया था. कुछ दिन पहले उसने परिजनों को फोन कर तमिलनाडु में किसी आश्रम में सही सलामत होने की बात कही थी. लेकिन कुछ दिन बाद ही जली हालत में उसके सड़क के किनारे पड़े होने की जानकारी मिली. उसके दोनों हाथ बंधे हुए थे और चेहरा और शरीर झुलसा हुआ था. वहां से गुजर रहे कुछ मजदूरों ने रितेश को देखा तो स्थानीय पुलिस को जानकारी दी. इसके बाद स्थानीय पुलिस ने युवक को पास के ही अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना  चेन्नई से करीब 5-6 घंटे की दूरी पर स्थित इंडस्ट्रियल एरिया त्रिपुर की है.

Advertisement

इधर घटना की सूचना मिलने पर परिजन परेशान हैं. रितेश के पिता राम प्रसाद की तहरीर पर राजस्व चौकी नौगांव में अज्ञात के खिलाफ धारा 326 ए के तहत मुकदमा दर्ज  किया गया है. केस को अब थाना पुरोला ट्रांसफर कर दिया गया है. पीड़ित रितेश के पिता राम प्रसाद सेमवाल ने बताया कि इस महीने की 5 तारीख को रितेश ने कहा कि पापा मैं नौगांव जा रहा हूं, शाम तक लौटूंगा. लेकिन देर शाम तक भी रितेश घर नहीं लौटा. आस-पास दोस्तों, रिश्तेदारों से भी बात की गई, लेकिन किसी को रितेश की कोई खबर नहीं थी. परिवार वाले परेशान हुए, कई बार रितेश का फोन ट्राय किया लेकिन नहीं लगा. इसके बाद रितेश ने घर से जाने के 5 दिन बाद अपने परिवार को फोन किया. और बताया कि वह किसी आश्रम गया है, वहां से उसने अपनी मां से वीडियो कॉल पर बात भी की.

Advertisement

फोन कर घरवालों से मांगे पैसे

रितेश  के पिता के मुताबिक उसने बताया कि वह अच्छी जगह है, खाने रहने की व्यवस्था अच्छी है. फिर दो दिन  बाद कॉल करके रितेश ने पैसे मांगे, परिवार ने जैसे-तैसे कर के किसी से ऑनलाइन माध्यम से 2 हज़ार भेजे, फिर पांच हज़ार और भेजे. पिता का कहना है कि दो दिन बाद रितेश  ने 10 हज़ार की मांग की. परिवार ने और पैसे भेजने में असमर्थता जताई तो रितेश ने फिर उसके बाद न फोन किया न फोन उठाया. 

Ritesh Semwal
पीड़ित 20 वर्षीय रितेश सेमवाल

तमिलनाडु में मदद के लिए पहुंचे लोग

पीड़ित के पिता ने आगे बताया कि 19 जून को उनके घर पर एक फ़ोन आया, और बताया की रितेश झुलसी की हालात में बेहोश पड़ा है. खुद को बिहार के मजदूर बताने वाले दो व्यक्तियों ने बताया कि सड़क पर आपका बेटा पड़ा मिला जो जली हुई हालत में है. जिसके बाद उन्होंने स्थानीय पुलिस को जानकारी दी और पुलिस की मदद से पीड़ित को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया. जहां उसका इलाज किया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक पीड़ित रितेश का शरीर 40 फीसदी झुलसा हुआ है. लेकिन फिलहाल वह खतरे से बाहर है. परिवार तमिलनाडु नहीं पहुंच पाया तो सोशल मीडिया की मदद से कुछ उत्तराखंड मूल के लोग मदद के लिए सामने आये और रितेश को देखने अस्पताल पहुचें. मौके पर मौजूद लोगों ने और पुलिस ने रितेश से पूरी घटना के बारें में पूछा तो वह कुछ भी बताने की हालत में नहीं था.

Advertisement

 

परिवार ने लगाई मदद की गुहार

पीड़ित के पिता का कहना है कि हम इतने पढ़े लिखे नहीं हैं, इतनी जानकारी नहीं है. उत्तराखंड के नौगांव से तमिलनाडु जाने में सक्षम नहीं है, आगे के इलाज के लिए आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है. पीड़ित BPL परिवार से आता है, पिता पेशे से पुजारी हैं और खेती बाड़ी का काम करते हैं. ऐसे में उन्हें सरकार और प्रशासन से मदद की उम्मीद है. पिता का कहना है की उनके बेटे को तमिलनाडु से उत्तराखंड लाया जाए और आगे का इलाज यहीं किया जाये. साथ ही आगे के इलाज के लिए सरकार से आर्थिक मदद की  गुहार भी लगाई है. राम प्रसाद सेमवाल का  कहना है कि मेरे बेटे के साथ जिस किसी ने भी ऐसी करतूत की है. उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए.  इधर रितेश के पिता राम प्रसाद की तहरीर पर राजस्व चौकी नौगांव में भी अज्ञात के खिलाफ धारा 326 ए के तहत मुकदमा दर्ज  किया गया है. क्या किसी ने इस मासूम को एसिड, पेट्रोल या  डीजल से जलाने की कोशिश की है. हमलावर कौन थे? इसका अभी पता नहीं चल पाया है. 

पीड़ित रितेश  का परिवार
पीड़ित रितेश  का परिवार

बातचीत में मामले में उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक (SP) अर्पण यदुवंशी ने कहा कि उत्तरकाशी पुलिस तमिलनाडु पुलिस के संपर्क में है. पीड़ित परिवार से बात कर उन्हें शिनाख्त के लिए पुलिस टीम के साथ तमिलानाडु ले जाया जाएगा. मामले में SP ने बताया कि फिलहाल बच्चा कुछ बता पाने में सक्षम नहीं है. उसका इलाज जारी है.  SP उत्तरकाशी ने अपने स्तर से DCP त्रिपुर से भी बात की और तमिलनाडु पुलिस से केस को लेकर अपडेट मांगा है.  इधर मामले में आजतक से बातचीत में जिलाधिकारी उत्तरकाशी ने बताया कि मामला संज्ञान में आने  के बाद राजस्व पुलिस से केस थाना पुरोला में केस को ट्रांस्फर कर दिया गया है. आगे की कार्रवाई पुलिस विभाग की ओर से की जाएगी. DM उत्तरकाशी ने पीड़ित BPL परिवार को मदद का भरोसा देते हुए कहा कि परिवार को जो भी मदद होगी वो दी जाएगी. 

Advertisement
Advertisement