पिछले तीन दिनों से हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में भारी बर्फबारी हो रही है. कई इलाकों में बर्फबारी रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गई है. तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है. लोगों को घरों में कैद होने पर मजबूर होना पड़ रहा है. बर्फबारी की वजह से सूबे के पांच नेशनल हाईवे पर लोगों को जाम से भी जूझना पड़ रहा है.
उत्तराखंड में भी मौसम विभाग ने बर्फबारी का अलर्ट जारी किया है. पिछले 72 घंटे में सूबे में भारी बर्फबारी हो रही है. बिजली पानी तक का संकट है. धनौल्टी में भारी हिमपात से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया, जहां पारा गिरने से जबरदस्त ठंड बढ़ गई है वहीं सड़के बंद होने से सैलानी फंसे पड़े हैं. प्रशासन ने आपात हालात से निपटने के लिए कमर कस ली है. मौसम विभाग की मानें तो अभी तापमान और गिरेगा. ठंड अभी और परेशान करेगी.
आफत बनी बर्फबारी
पिछले 72 घंटे से हिमाचल में बर्फबारी किसी आफत की तरह हुई है. कुदरत की मार ऐसी पड़ी कि इंसान की जिंदगी लगभग थम गई. हिमाचल के लोग भारी बर्फबारी की मार झेल रहे हैं. रास्ते बंद हैं, कई इलाकों में बिजली गुल है, पाइप में पानी जम गया है. शिमला में सीजन की सबसे ज्यादा बर्फ़बारी से बुधवार शाम तक एक फ़ीट से ज्यादा बर्फ़बारी हो चुकी है. एक ओर सैलानियों के लिए बर्फ़बारी किसी सौगात से काम नहीं है, वहीँ दूसरी और लोगों की दिक्कतें भी बढ़ गई हैं. सैलानी शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर बर्फ़बारी का जमकर मजा ले रहे हैं.
250 से ज्यादा पर्यटक फंसे
दूसरी ओर बर्फ़बारी के बाद सभी सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप्प हो चुकी है. शिमला मंडी हाइवे बंद कर दिया गया है. शिमला-चंडीगढ़ सड़क पर भी यातायात प्रभावित है. सड़क पर लंबा जाम लगा हुआ है. प्रशासन दिनरात सड़कों से बर्फ हटाने की कोशिश में लगा है. जेसीबी और डोजर लगाए गए हैं लेकिन बर्फबारी इतनी हो रही है कि हर कोशिश नाकाफी साबित हो रही है.
मनाली में रिकॉर्ड बर्फबारी से जिंदगी की रफ्तार थम गई है. सड़कों में बर्फ की मोटी परतें जमने की वजह से लंबा जाम लग गया है. बीते 48 घंटों से हो रही लगातर बर्फ़बारी के बाद सभी सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप हो चुकी है. बर्फ़बारी से मनाली कुल्लू एनएच 3 बंद हो चुका है. अलग-अलग इलाकों में 250 से ज्यादा पर्यटक फंसे हुए हैं. हालात ऐसे हैं कि पर्यटकों को मनाली से करीब 12 किलोमाटर पहले ही रोका जा रहा है.
चमोली में बिजली गुल
उधर चमोली में इतनी बर्फबारी हो रही है कि जिले के 130 गांवों से बिजली गुल हो गई. आधे दर्जन से ज्यादा रास्ते बंद हो गए हैं. डीएम ने जिले के तमाम अफसरों की छुट्टी रद्द कर दी है. सड़कों से बर्फ हटाना भारी चुनौती है. इसके साथ बिजली की आपूर्ति बहाल रखने की भी कोशिश की जा रही है. उत्तराखंड में मौसम विभाग ने 3 दिन का अलर्ट जारी किया है. राजधानी देहरादून में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में निगरानी रखी जा रही है. आपदा प्रबंधन टीम को मुस्तैद रहने के आदेश जारी किए गए हैं.