उत्तरकाशी की टनल में हुए हादसे का बाद रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. उत्तराखंड के उत्तरकाशी में हुए टनल हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर जारी है. सुरंग के अंदर 40 श्रमिक फंसे हुए हैं, जबकि 35 मीटर तक खुदाई अब भी बची हुई है. मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू टीम अब तक 24 मीटर मलबा हटा चुकी है. बता दें कि रविवार की सुबह ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा टूट गया, जिससे उसमें काम कर रहे करीब 40 श्रमिक अंदर फंस गए. इस टनल हादसे को 24 घंटों से ज्यादा हो चुके हैं.
उत्तरकाशी सुरंग हादसे के बाद कर्नल दीपक पाटिल मंगलवार को बचाव अभियान की कमान संभाल सकते हैं.
राज्य आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत कुमार सिन्हा का कहना है कि उत्तरकाशी की सुरंग में फंसे लोगों से बातचीत हुई है. वे सुरक्षित हैं और उन्हें भोजन-पानी और ऑक्सीजन मुहैया करा रहे हैं. उन्हें जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा.
उत्तरकाशी सुरंग हादसे पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बचाव अभियान और मलबा हटाने का काम तेजी से चल रहा है. खाद्य सामग्री अंदर भेज दी गई है. विशेषज्ञों से बात की जा रही है. जांच जारी है. हमारी प्राथमिकता है कि सभी को सुरक्षित बचाना है.
उत्तरकाशी सुरंग हादसे पर एनएचआईडीसीएल (नेशनल हाईवे एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड) के निदेशक अंशू मनीष खलको ने कहा कि स्थिति अब बेहतर है. मजदूर सुरक्षित हैं. हम भोजन और पानी मुहैया करा रहे हैं. हमारी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं.
उत्तरकाशी की सिलकयारा टनल हादसे के बाद रेस्क्यू जारी है. शाम तक मजदूरों के पास पहुंचने की उम्मीद है.बताया जा रहा है कि टनल में फंसे मजदूर उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और ओडिशा से हैं.
उत्तरकाशी में हुए टनल हादसे के बाद राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं. वह वहां पहुंचकर राहत और बचाव कार्य की समीक्षा करेंगे.