देश में कोरोना के मामले फिर बढ़ने लगे हैं. पिछले 24 घंटे में भी तीन हजार के करीब नए मामले दर्ज किए गए हैं. अब इन बढ़ते मामलों के बीच मई से उत्तराखंड में चार धाम की यात्रा शुरू होने जा रही है. अब उस यात्रा में कोरोना प्रोटोकॉल्स का सख्ती से पालन हो, इसलिए राज्य सरकार द्वारा गाइडलाइन जारी कर दी गई है.
उत्तराखंड सरकार ने चार धाम यात्रा पर आने वाले सभी यात्रियों के लिए कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर दिया है. इसके अलावा यात्रा पर आने से पहले भी श्रद्धालुओं को अपना पंजीकरण करवाना होगा. इस बारे में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने अधिकारियों को निर्देश दे दिया है. उनकी तरफ से जोर देकर कहा गया है कि दूसरे राज्यों से चार धाम यात्रा में आने वाले यात्रियों का कोरोना टेस्ट जरूरी रहेगा.
अब राज्य सरकार की तरफ से ये सख्ती इसलिए की जा रही है क्योंकि दो साल बाद फिर बड़े स्तर पर चार धाम यात्रा की शुरुआत की जा रही है. सरकार इस बार ये भी मानकर चल रही है कि यात्रा करने रिकॉर्ड श्रद्धालु आ सकते हैं. ऐसे में कोरोना प्रोटोकॉल्स को लेकर तो सख्ती दिखी ही रही है, इसके अलावा यात्रियों के लिए भी खास इंतजाम किए गए हैं.
इस बार केदारनाथ में बनी आदिगुरू शंकराचार्य की विशाल समाधि भी इस बार सभी लोगों को दर्शन के लिए खुली रहेगी. इस बार खासतौर पर सभी यात्रियों के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी होगा जो टूरिज्म के पोर्टल पर करना होगा. साथ ही इस बार एक डिवाइस के जरिए फिजिकल रजिस्ट्रेशन भी किया जाएगा जिससे ये पता चल सके कि किस धाम में किस समय कितने लोग मौजूद हैं, जिसके बाद उनकी संख्या घटाने बढ़ाने को लेकर स्थानीय प्रशाशन विचार कर सकता है.