अगले साल पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में होने जा रहे विधानसभा चुनाव ने सियासी हलचल को तेज कर दिया है. एक तरफ बीजेपी अपने तमाम बड़े चेहरों की रैलियां करवाने जा रही है तो वहीं कांग्रेस भी इस बार युवा चेहरों पर भरोसा जता रही है. अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी भी इस राज्य में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने को तैयार दिख रही है.
उत्तराखंड चुनाव के लिए बीजेपी की तैयारी
बीजेपी की बात करें तो उनकी तरफ से आने वाले दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा की रैलियां होने जा रही हैं. अभी तक तारीखों का ऐलान तो नहीं हुआ है, लेकिन बैठकों का दौर जारी है. इस समय कांग्रेस भी चुनावी मोड में आ गई है. गुरुवार को पार्टी की तरफ से गणेश गोदियाल को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी के साथ हरीश रावत को चुनाव संचालन समिति का मुखिया बनाया गया है. मतलब पार्टी की तरफ से अनुभव के साथ युवा जोश को तरजीह दी जा रही है.
कांग्रेस पर उठाए सवाल
लेकिन बीजेपी की नजरों में कांग्रेस के ये सारे एक्सपेरिमेंट फेल होने जा रहे हैं. कहा गया है कि पार्टी इस समय अंदरूनी लड़ाई से ग्रस्त है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि चुनाव से पहले 6 महीने के लिए उन्हीं चेहरों को अदल-बदल कर वापस लाना, ये जनता के समझ से परे है और जनता जानती है कि साढ़े 4 साल में विपक्ष की भूमिका में कांग्रेस पूरी तरह फेल रही है. इस बार भी बीजेपी को ही आशीर्वाद मिलेगा.
कौशिक ने इस बात पर भी जोर दिया कोरोना काल में कांग्रेस ने कोई काम नहीं किया. उन्होंने बताया कि पिछले सालों में जहां देश और दुनिया कोरोना से लड़ रही थी, वहीं उत्तराखंड में कांग्रेस जनता से लड़ रही थी,साढ़े 4 सालों में कांग्रेस ने कभी भी जनहित के मुद्दों को प्राथमिकता नहीं दी.
आम आदमी पार्टी की दस्तक
इस बार आम आदमी पार्टी भी अपने जनाधार को मजबूत करने पर जोर दे रही है. इसी वजह से सीएम अरविंद केजरीवाल से लेकर मनीष सिसोदिया तक पहाड़ी राज्य का दौरा कर चुके हैं. फ्री बिजली का ऐलान भी किया गया है और कर्नल अजय कोठियाल को सीएम चेहरा बनाने पर विचार किया जा रहा है. ऐसे में मुकाबले को त्रिकोणीय करने का प्रयास हो रहा है.
अब आम आदमी पार्टी जरूर अपना मुकाबला बीजेपी से मान रही है, लेकिन कांग्रेस की नजरों में अभी भी उनकी बीजेपी से टक्कर है. ऐसे में उनकी पार्टी की तरफ से सिर्फ निशाना भी भाजपा पर ही साधा जा रहा है. राज्य में लगातार बदल रहे मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भाजपा को अपना घर संभालना चाहिए,चार साल में उन्होंने प्रदेश को तीन मुख्यमंत्री देने के आलावा कोई कार्य नहीं किया है और जनता उनको हटाने का मन बना चुकी है.
ऐसे में उत्तराखंड का मुकाबला कड़ा है, बीजेपी को फिर 2017 वाला प्रदर्शन दोहराना है तो वहीं कांग्रेस को फिर वापसी करनी है. आप भी अपनी धमक दिखाने का प्रयास करने वाली है.